Donald Trump US: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय यूनियन (EU) को चेतावनी दी है कि अगर वह अमेरिकी व्हिस्की पर प्रस्तावित 50% टैरिफ लागू करता है, तो अमेरिका यूरोप से आयात होने वाली शराब, वाइन और शैंपेन पर 200% शुल्क लगा देगा। यह बयान ट्रंप द्वारा हाल ही में की गई व्यापारिक नीतियों की श्रृंखला का हिस्सा है, जिसमें वे अमेरिकी व्यापार हितों की रक्षा के लिए आक्रामक कदम उठा रहे हैं।
यूरोपीय यूनियन की प्रतिक्रिया
यूरोपीय यूनियन ने अमेरिकी स्टील और एल्युमिनियम पर टैरिफ लगाने के ट्रंप के ऐलान के जवाब में अमेरिकी व्हिस्की पर 50% टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, जिसे 1 अप्रैल से लागू किया जाना है। EU का मानना है कि यह कदम उसकी अर्थव्यवस्था की सुरक्षा के लिए आवश्यक है, लेकिन ट्रंप इस फैसले को अमेरिका के खिलाफ अन्यायपूर्ण मानते हैं।
क्या छिड़ सकता है नया ट्रेड वॉर?
ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए साफ कर दिया कि यदि EU अपने फैसले पर अडिग रहता है, तो अमेरिका भी कड़े जवाबी कदम उठाएगा। उन्होंने कहा,
"अगर यह टैरिफ तुरंत नहीं हटाया गया, तो अमेरिका फ्रांस और यूरोपीय यूनियन के अन्य देशों से आने वाली सभी वाइन, शैंपेन और अल्कोहल उत्पादों पर 200% शुल्क लगाएगा।"
उनका दावा है कि इससे अमेरिकी वाइन और शैंपेन इंडस्ट्री को फायदा होगा, क्योंकि इससे घरेलू उत्पादों की बिक्री बढ़ेगी।
ट्रंप के कड़े रुख के संकेत
रिपब्लिकन नेता और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वे इस मुद्दे को हल्के में नहीं लेंगे। ओवल ऑफिस में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, "बेशक, मैं इसका जवाब दूंगा।" जनवरी में दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद से ट्रंप ने कनाडा, मेक्सिको, चीन और भारत जैसे देशों पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणाएं की हैं। उनका तर्क है कि अमेरिका को अब उन देशों पर भी समान शुल्क लगाना चाहिए, जो अमेरिकी सामानों पर ज्यादा टैक्स लगाते हैं।
वैश्विक व्यापार युद्ध की आहट
इस तरह की नीतियों से वैश्विक व्यापार में तनाव बढ़ सकता है। कई देशों ने पहले ही जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है। व्यापार विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह ट्रेड वॉर लंबा खिंचता है, तो इससे वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बढ़ सकती है और कई उद्योगों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
अब यह देखना होगा कि यूरोपीय यूनियन ट्रंप की चेतावनी के बाद अपने फैसले पर पुनर्विचार करता है या नहीं। अगर दोनों पक्ष अपनी सख्त नीतियों पर अड़े रहते हैं, तो आने वाले महीनों में एक बड़ा व्यापार युद्ध देखने को मिल सकता है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ेगा।