US Election 2024: 5 नवंबर को अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहे हैं, और इससे पहले एक अहम राजनीतिक मुलाकात होने जा रही है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच एक खास बैठक की तैयारी की जा रही है। यह मुलाकात अमेरिका के चुनावी परिदृश्य में नई हलचल पैदा कर सकती है और वैश्विक राजनीति में अहम बदलावों की संभावनाओं को भी जन्म दे सकती है।
पुराने दोस्त, नए समीकरण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की दोस्ती का इतिहास काफी दिलचस्प रहा है। जब मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बने, और ट्रंप 2016 में अमेरिका के राष्ट्रपति बने, तब दोनों नेताओं के बीच गहरी दोस्ती का रिश्ता विकसित हुआ। ट्रंप के राष्ट्रपति काल में, दोनों ने कई बार मुलाकात की, और उनके बीच की दोस्ती ने वैश्विक राजनीति में कई चर्चाओं को जन्म दिया। उनके द्वारा उठाए गए साझा कदम और नीतिगत निर्णय दोनों देशों के संबंधों को नई ऊचाइयों पर ले गए।
अब, 2024 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले, ट्रंप का पीएम मोदी से मुलाकात करने की योजना बनाना एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है। ट्रंप ने पहले ही इस मुलाकात का संकेत दिया है, हालांकि मुलाकात की तारीख, समय और स्थान की जानकारी अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। यह मुलाकात पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान होगी, जब वह 21 सितंबर से शुरू हो रहे क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
ट्रंप की बेताबी और मोदी का प्रभाव
डोनाल्ड ट्रंप की पीएम मोदी के प्रति बेताबी कई कारणों से है। ट्रंप ने 2020 के चुनाव में भाजपा की तर्ज पर “अबकी बार, ट्रंप सरकार” का नारा दिया था, जो इस बात का संकेत था कि वह मोदी की नीतियों और उनके नेतृत्व से प्रभावित थे। हालांकि उस चुनाव में ट्रंप को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन अब तीसरी बार राष्ट्रपति पद की दौड़ में उनके सामने भारतीय प्रधानमंत्री से मिलने की योजना है। यह उनकी रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकता है, जिसमें वे भारत के प्रभावशाली नेता के समर्थन को अपनी राजनीतिक ताकत के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
चुनावी दांव और वैश्विक राजनीति
2024 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप का मुकाबला डेमोक्रेटिक उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से है, जो भारतीय मूल की हैं। सर्वेक्षणों के अनुसार, ट्रंप और हैरिस के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। ऐसे में, ट्रंप के लिए पीएम मोदी की समर्थन की संभावना एक महत्वपूर्ण राजनीतिक टूल साबित हो सकती है। पीएम मोदी की ओर से मिलने का ट्रंप का उत्साह इस बात का संकेत है कि वे वैश्विक मंच पर अपने साथी और दोस्त की मदद से अपनी स्थिति को मजबूत करना चाहते हैं।
निष्कर्ष
पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की संभावित मुलाकात वैश्विक राजनीति में नई दिशा का संकेत हो सकती है। यह न केवल भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत कर सकता है, बल्कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की दिशा को भी प्रभावित कर सकता है। ट्रंप की यह मुलाकात चुनावी प्रचार का हिस्सा हो सकती है, लेकिन इसके प्रभाव को नकारा नहीं किया जा सकता। जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आएगी, इस मुलाकात के परिणाम और इसके संभावित प्रभावों पर वैश्विक ध्यान केंद्रित रहेगा।