Donald Trump News: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक बार फिर भारत की व्यापारिक नीतियों और विशेष रूप से टैरिफ (शुल्क) को लेकर आलोचना की है। एक दिन पहले ही उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना मित्र बताया था, लेकिन अब उन्होंने आरोप लगाया है कि विदेशी वस्तुओं पर सबसे ज्यादा टैक्स लगाने वाले देशों में भारत सबसे ऊपर है।
"जैसे को तैसा" टैक्स प्रणाली का वादा
ट्रंप ने गुरुवार को डेट्रॉइट में आयोजित एक रैली के दौरान अपने आर्थिक दृष्टिकोण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अगर वे फिर से सत्ता में आते हैं, तो वे "जैसे को तैसा" टैक्स प्रणाली लागू करेंगे। ट्रंप ने स्पष्ट रूप से कहा कि उनकी योजना का मुख्य उद्देश्य अमेरिका को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है। उन्होंने कहा, "यह मेरे प्लान का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, क्योंकि हम आम तौर पर ज्यादा टैरिफ नहीं लगाते हैं।"
"मोदी मेरे मित्र, लेकिन भारत ज्यादा टैक्स लेता है"
रैली के दौरान, ट्रंप ने भारत द्वारा अमेरिकी उत्पादों पर लगाए जाने वाले भारी टैरिफ का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, "भारत सबसे ज्यादा टैक्स चार्ज करने वाला देश है।" हालांकि, ट्रंप ने यह भी जोड़ा कि उनके प्रधानमंत्री मोदी के साथ अच्छे संबंध हैं और उन्हें एक महान नेता और व्यक्ति बताया। लेकिन इसके बावजूद, ट्रंप ने भारत की व्यापारिक नीतियों की आलोचना करते हुए कहा, "भारत हमारे उत्पादों पर बहुत ज्यादा शुल्क लगाता है।"
चीन और ब्राज़ील की तुलना में भारत की नीतियां
ट्रंप ने चीन और ब्राज़ील के साथ व्यापारिक संबंधों की तुलना करते हुए कहा कि भारत, चीन से भी ज्यादा शुल्क वसूलता है। उन्होंने दावा किया कि चीन अमेरिका से 200 प्रतिशत तक टैरिफ लेता है, जबकि ब्राज़ील भी भारी शुल्क वसूलता है, लेकिन इन सबसे अधिक टैरिफ वसूलने वाला देश भारत है।
हार्ले डेविडसन का उदाहरण
ट्रंप ने एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि उनके कार्यकाल के दौरान हार्ले डेविडसन के एक अधिकारी ने उनसे मुलाकात की थी और भारत को व्यापार के लिए सबसे कठिन देश बताया था। अधिकारी ने बताया कि भारत हार्ले डेविडसन पर 150 प्रतिशत तक शुल्क वसूलता था, जिससे वहां व्यापार करना बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया था। ट्रंप ने कहा कि भारत चाहता है कि कंपनियां वहां जाकर उत्पादन करें, और जो कंपनियां भारत में प्लांट स्थापित करती हैं, उन्हें कम टैक्स देना पड़ता है।
ट्रंप की असहमति
हालांकि हार्ले डेविडसन ने भारत में अपना प्लांट लगाया और वहां उत्पादन शुरू किया, ट्रंप ने इस मॉडल पर असंतोष जाहिर किया। उन्होंने कहा, "मुझे यह पसंद नहीं आया कि भारत विदेशी कंपनियों पर इतने भारी टैक्स लगाता है और उन्हें मजबूर करता है कि वे वहां जाकर उत्पादन करें।"
निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप की आलोचनाएं उनकी आगामी चुनावी रणनीति का हिस्सा हैं, जहां वे अमेरिकी व्यापारिक हितों को बढ़ावा देने के लिए "जैसे को तैसा" टैक्स प्रणाली की बात कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अच्छे संबंधों का जिक्र किया है, लेकिन उनके बयान से साफ है कि वे भारत की मौजूदा व्यापार नीतियों से नाखुश हैं। ट्रंप का यह रुख व्यापारिक मामलों में उनके राष्ट्रवादी दृष्टिकोण और अमेरिका को आर्थिक रूप से और मजबूत बनाने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि ट्रंप के इस बयान का भारत-अमेरिका के द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों पर क्या असर पड़ता है, खासकर यदि वे 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में विजयी होते हैं।