IPL 2025 Auction: आईपीएल का सीजन भले ही अभी काफी दूर हो और इसका आयोजन भी अगले साल होना हो, लेकिन इसके लिए तैयारी अभी से शुरू हो गई है। इस बार माना जा रहा है कि आईपीएल से पहले मेगा ऑक्शन होगा, इसलिए मामला फंसा हुआ है। अभी तक ये तय नहीं है कि मेगा ऑक्शन के नियम क्या होंगे। टीमों की ओर से अपनी अपनी डिमांड रखी गई है। लेकिन मजे की बात ये है कि सभी टीमें अपने अपने हिसाब से नियमों में बदलाव चाहती हैं। अब इस पूरे मामले पर क्या होगा, इसका फैसला 31 जुलाई को होने की संभावना है। बताया जा रहा है कि बीसीसीआई ने सभी फ्रेंचाइजी ओनर्स की एक मीटिंग बुलाई है, जिसमें इन सभी मुद्दों पर चर्चा होने और निष्कर्ष निकालने की कोशिश होगी।
31 जुलाई को होगी आईपीएल को लेकर मीटिंग
आईपीएल 2025 मेगा ऑक्शन से पहले 31 जुलाई को मुंबई में बैठक होनी है। क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार आईपीएल सीईओ ने सभी टीमों को इस बारे में बता दिया है। हालांकि अभी जगह तय नहीं है। लेकिन माना जा रहा है कि वानखेड़े स्टेडियम के पास बीसीसीआई का जो आफिस है, वहीं पर बैठक होगी। बताया ये भी जा रहा है कि मीटिंग दोपहर बाद या फिर देर शाम से शुरू हो सकती है। आईपीएल के सीईओ हेमंग अमीन ने सभी फ्रेंचाइजी मालिकों से कहा है कि वेन्यू और टाइम के साथ औपचारिक निमंत्रण बाद में भेजा जाएगा। इतना ही नहीं सभी आईपीएल ओनर्स ने इसमें आने की पुष्टि भी कर दी है।
कितने खिलाड़ी होंगे रिटेन, बैठक में फैसला
इस बीच समझा जाता है कि इस मीटिंग में चर्चा का सबसे बड़ा मुद्दा खिलाड़ियों के रिटेंशन को लेकर हो सकता है। इससे पहले जब मेगा ऑक्शन हुआ था, तब सभी टीमें अपने अपने चार खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती थी। साथ ही उनकी कीमत भी बतानी होती थी। अब रिटेन किए जाने वाले खिलाड़ियों की संख्या बढ़ेगी या घटेगी, इसका फैसला होना है। बड़ी बात ये है कि टीमें एक से लेकर आठ खिलाड़ियों को रिटेन करना चाहती हैं। सभी में एकराय नहीं है। क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार पांच से छह खिलाड़ी तक रिटेन करने की परमीशन दी जा सकती है। हालांकि आखिरी फैसला मीटिंग के बाद ही लिया जाएगा।
टीमों को ज्यादा खिलाड़ी रिटेन करने की नहीं मिलेगी परमीशन
मान लीजिए कि अगर एक टीम को अपने आठ खिलाड़ी रिटेन करने की परमीशन दी जाती है तो ऑक्शन से पहले ही दुनियाभर के करीब 80 खिलाड़ी पहले ही मेगा ऑक्शन से बाहर हो जाएंगे, क्योंकि टीमें उन्हें छोड़ेंगी ही नहीं। इससे मेगा ऑक्शन का रोमांच वो नहीं रहेगा, जो होना चाहिए। वहीं कुछ टीमों का कहना ये भी है कि वे नए खिलाड़ियों को खरीदकर वे उन्हें दो तीन साल में तैयार करते हैं, लेकिन इसके बाद जब वे स्टार बनने की ओर होते हैं तो उन्हें रिलीज करना होता है। मेगा ऑक्शन में बड़ी बोली लगातार दूसरी टीमें उन्हें खरीद लेती हैं।
आरटीएम पर भी फैसला होने की उम्मीद
इतना ही नहीं राइट टू मैच यानी आरटीएम भी मीटिंग में चर्चा का विषय हो सकता है। जब साल 2021 में पिछली बार मेगा ऑक्शन हुआ था, तब ये नियम नहीं था। इस बार क्या बीसीसीआई इसकी परमीशन देगा, ये भी एक बड़ा सवाल है। आरटीएम से जहां टीमों को नुकसान होने की आशंका रहती है, वहीं खिलाड़ियों के लिए फायदे का सौदा रहता है। इस नियम को लेकर भी आईपीएल की सभी टीमें की अलग अलग राय है। ऐसे में इस पर भी गहमा गहमी रहने की संभावना जताई जा रही है। अब आखिरी निर्णय क्या होगा, ये तो 31 जुलाई की रात तक या फिर एक अगस्त की सुबह ही पता चलेगा।