Politics News: अमेठी, वह लोकसभा क्षेत्र जो हर समय चर्चा में बना रहता है। यहां की राजनीतिक लड़ाई कई मायनों में ख़ास मानी जाती है। यह सीट गांधी परिवार की खानदानी सीट कही जाती थी। यहां से संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी सांसद बने। राहुल 2004 से 2019 तक यहां से चुनकर दिल्ली पहुंचते रहे लेकिन 2019 के लोकसभा चुनावों में यह ट्रेंड बदल गया। कांग्रेस का गढ़ कही जानी वाली इउस सीट पर बीजेपी की स्मृति ईरानी सांसद बनीं और तब से यहां दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच घमासान होता रहता है।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा अमेठी पहुंच रही
यह घमासान आज और भी तेज होने की उम्मीद है। राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा लेकर अमेठी पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही यहां की सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर आ रही हैं। ईरानी भी यहां जन संवाद यात्रा निकालेंगी। ऐसे में एक ही दिन राहुल-प्रियंका और स्मृति इरानी की अमेठी में मौजूदगी से दोनों ही दलों के समर्थकों का उत्साह चरम पर होगा।
यात्रा को लेकर सभी तैयारियां पूरी
जानकारी के अनुसार, अमेठी में कई जगहों पर यात्रा के स्वागत के लिए तैयारियां की गई हैं। अमेठी-गौरीगंज शहर में राहुल-प्रियंका का रोड शो प्रस्तावित हैं। इसके साथ ही गौरीगंज स्थित कार्यालय में पार्टी नेताओं की एक बैठक भी होनी है। सुलतानपुर-रायबरेली हाईवे पर गांधीनगर-बाबूगंज के मध्य ऐधी में कांग्रेस की जनसभा होगी। यहां उनके साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी शामिल होंगे।
अखिलेश भी हो सकते हैं यात्रा में शामिल
इसके साथ ही माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव भी इस यात्रा में शामिल हो सकते हैं। बता दें कि अखिलेश यादव ने पिछले दिनों एक पत्र लिखकर कहा था कि वह अमेठी या रायबरेली में इस यात्रा में शामिल होंगे। हालांकि अभी इसे लेकर कुछ साफ़ नहीं है। सूत्र दावा कर रहे हैं कि सपा की तरफ से कहा गया है कि पहले सीट बंटवारा तय हो जाए, उसके बाद ही सपा प्रमुख इस यात्रा में शामिल होंगे।
स्मृति ईरानी भी पहुंच रहीं अमेठी
वहीं कांग्रेस की इस यात्रा के अलावा शहर में आज स्मृति ईरानी भी पहुंच रही हैं। उनका अपने संसदीय क्षेत्र में चार दिन का दौरा प्रस्तावित है। पहले दिन वह भी अमेठी विधान सभा क्षेत्र के गांवों में पहुंच जन संवाद विकास यात्रा के माध्यम से ग्रामीणों की समस्याओं को सुनेंगी। कांग्रेस व भाजपा समर्थकों के बीच किसी तरह के टकराव की स्थिति न बने। इसके लिए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। इन दोनों प्रमुख राजनैतिक कार्यक्रमों की जिला पुलिस और प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं।