UP News: राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दूसरे चरण की आज से शुरुआत होने जा रही है। राहुल गांधी दूसरे चरण की शुरुआत मुरादाबाद से करेंगे। वहीं यात्रा की तैयारियों में जुटे कांग्रेसियों का उत्साह अब दो गुना हो गया है, क्योंकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ आज से कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार करने के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा भी जुड़ रही हैं। न्याय यात्रा मुरादाबाद के जामा मस्जिद चौराहे से शुरू होकर अमरोहा और संभल जनपद जाएगी और आखिरी में अनूप शहर पहुंचेगी।
यात्रा में कहां तक साथ रहेंगी प्रियंका गांधी?
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा मुरादाबाद से ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में शामिल होंगी और फतेहपुर सीकरी तक इस यात्रा में साथ रहेंगी। पार्टी के अनुसार, प्रियंका गांधी मुरादाबाद से यात्रा के साथ जुड़ेंगी और फिर अमरोहा, संभल, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस और आगरा होते हुए फतेहपुर सीकरी तक साथ रहेंगी। प्रियंका गांधी को चंदौली से ही इस यात्रा में शामिल होना था, लेकिन अस्वस्थ होने के चलते वह इसमें शामिल नहीं हो सकीं।
अखिलेश यादव भी आएंगे राहुल के साथ
वहीं यूपी में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन के बाद कल अखिलेश यादव भी राहुल की यात्रा में शामिल होंगे। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव आगरा में राहुल गांधी के साथ इस यात्रा में शामिल होने वाले हैं। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने बुधवार को लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे की घोषणा की थी। कांग्रेस उत्तर प्रदेश की कुल 80 सीटों में से 17 सीट पर चुनाव लड़ेगी। आज सुबह ये यात्रा मुरादाबाद से फ़िर शुरू होगी। उसके बाद अमरोहा, संभल, अलीगढ़, हाथरस और आगरा जिलों से गुजरते हुए यात्रा राजस्थान के धौलपुर में रुकेगी।
सीट शेयरिंग को लेकर सलमान खुर्शीद खफा
हालांकि कांग्रेस-SP गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद खफा हैं। फर्रुखाबाद सीट SP के खाते में जाने से सलमान खुर्शीद नाराज हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपनी तकलीफ जाहिर की। उन्होंने लिखा, "फर्रुखाबाद से मेरे रिश्तों को कितने इम्तहान का सामना करना पड़ेगा? सवाल मेरा नहीं पर हमारे सब के मुस्तकबिल का है, आने वाली नस्लों का है। किस्मत के फैसलों के सामने कभी झुका नहीं। टूट सकता हूं, झुकूंगा नहीं। तुम साथ देने का वादा करो, मैं नगमे सुनाता रहूं।" खुर्शीद ने ये साफ किया कि उनका निर्दलीय चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है।