Wayanad By-Election: कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज केरल के वायनाड और कोझिकोड दौरे पर हैं, जहां वह अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ रोड शो करेंगे। यह दौरा कांग्रेस के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि वायनाड में चल रहे लोकसभा उपचुनाव का प्रचार अंतिम दिन पर है। प्रियंका गांधी वाड्रा पहली बार चुनावी मैदान में उतर रही हैं और इस बार वह राहुल गांधी की जगह वायनाड सीट से चुनावी मैदान में हैं।
रोड शो: एक नई शुरुआत
राहुल और प्रियंका गांधी का रोड शो आज सुबह 10:30 बजे वायनाड के सुल्तान बाथरी में शुरू होगा, जहां दोनों नेता जनता से संपर्क करेंगे और चुनावी समर्थन प्राप्त करेंगे। इसके बाद, यह रोड शो कोझिकोड के तिरुवंबदी में भी जाएगा। प्रियंका गांधी का यह रोड शो खास है क्योंकि वह पहली बार लोकसभा उपचुनाव में उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं, और राहुल गांधी के साथ चुनाव प्रचार करते हुए वह अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत कर रही हैं।
उपचुनाव की पृष्ठभूमि
वायनाड सीट से उपचुनाव की स्थिति तब बनी जब राहुल गांधी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में वायनाड और रायबरेली दोनों सीटों पर जीत हासिल की थी। इसके बाद, उन्होंने वायनाड सीट से इस्तीफा दे दिया, जिससे यह सीट खाली हो गई। अब प्रियंका गांधी वाड्रा इस सीट से चुनाव लड़ रही हैं, और उनके खिलाफ सीपीआई के सत्यन मोकेरी और बीजेपी की नव्या हरिदास चुनावी मैदान में हैं।
कांग्रेस पार्टी की यह सीट पारंपरिक रूप से सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन विपक्षी दल भी इस सीट पर कब्जा जमाने के लिए पूरे दमखम से कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में वायनाड के उपचुनाव में दोनों मुख्य विपक्षी दलों का मुकाबला काफी रोमांचक होता दिख रहा है।
प्रियंका गांधी की चुनौती
प्रियंका गांधी का चुनावी मैदान में उतरना पार्टी के लिए एक नई रणनीति का हिस्सा है। पहले रोड शो में राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी बहन उनसे बेहतर सांसद साबित होंगी, इस तरह राहुल ने प्रियंका के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की।
वायनाड में प्रियंका गांधी को कांग्रेस पार्टी की तरफ से बड़ी उम्मीदें हैं, और पार्टी का लक्ष्य प्रियंका को पांच लाख से ज्यादा वोटों से जिताने का है। यह चुनाव उनके लिए न सिर्फ व्यक्तिगत महत्व का है, बल्कि कांग्रेस के लिए भी यह चुनावी प्रदर्शन भविष्य की दिशा निर्धारित कर सकता है।
राज्य कांग्रेस का उत्साह
प्रियंका और राहुल गांधी के इस रोड शो को लेकर राज्य कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और जनता में खासा उत्साह है। कांग्रेस कार्यकर्ता पूरी कोशिश करेंगे कि इस उत्साह को वोट में बदला जाए। जनता से सीधे संवाद करने के दौरान प्रियंका और राहुल गांधी की प्राथमिकता होगी कि वे वायनाड के लोगों को अपनी जीत के लिए प्रेरित करें और चुनावी प्रचार में अपना प्रभाव जमाएंगे।
चुनावी भविष्य: क्या प्रियंका गांधी जीत पाएंगी?
वायनाड उपचुनाव में प्रियंका गांधी के सामने कई चुनौतियाँ हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी और प्रियंका दोनों का मानना है कि इस सीट पर उनकी जीत से न सिर्फ राहुल गांधी का रिकॉर्ड टूटेगा, बल्कि यह कांग्रेस पार्टी की ताकत और भविष्य के लिए एक मजबूत संदेश भी होगा।
आखिरकार, यह उपचुनाव सिर्फ एक चुनावी लड़ाई नहीं, बल्कि राजनीति में प्रियंका गांधी की बढ़ती ताकत और कांग्रेस के भविष्य की दिशा तय करने वाला है। अब यह देखना होगा कि प्रियंका गांधी वायनाड की जनता का विश्वास जीतने में कितनी सफल होती हैं और क्या वह राहुल गांधी की राह पर चलने में कामयाब होती हैं या नहीं।