Indian Cricket Team:रोहित-विराट का चौंका देगा ये सच, 7 साल से फैंस को नहीं दे पाए ये खुशी

10:35 PM Nov 11, 2024 | zoomnews.in

Indian Cricket Team: भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए रवाना हो चुकी है, जहां टीम को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत 5 टेस्ट मैचों की अहम सीरीज खेलनी है। पिछले टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद यह दौरा भारतीय टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो गया है। टीम की निगाहें खासतौर पर अपने दो सबसे बड़े बल्लेबाजों—विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा पर रहेंगी, जिनकी हालिया फॉर्म ने टीम को चिंता में डाल दिया है। इसके अलावा एक और हैरान करने वाला तथ्य यह है कि ये दोनों दिग्गज बल्लेबाज पिछले सात सालों से टेस्ट क्रिकेट में एक भी शतकीय साझेदारी नहीं कर पाए हैं।

कोहली और रोहित: एक लंबे वक्त से टीम के मुख्य स्तंभ

विराट कोहली और रोहित शर्मा पिछले एक दशक से भारतीय टीम के अहम खिलाड़ी रहे हैं। दोनों ने वनडे और टी20 में अपनी साझेदारियों से कई बार टीम इंडिया को जीत दिलाई है। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में ये दोनों मिलकर अब तक बड़ी साझेदारी करने में असफल रहे हैं। खासकर पिछले सात सालों से इन दोनों के बीच टेस्ट में एक भी शतकीय साझेदारी नहीं हुई है, जो एक चिंता का विषय है। दोनों ने अलग-अलग पारियों में शानदार प्रदर्शन किया है, पर एक साथ क्रीज पर टिक कर एक मजबूत साझेदारी करने में विफल रहे हैं।

पिछले सात साल की साझेदारी का रुख

आंकड़ों पर गौर करें तो, 1 जनवरी 2018 के बाद से कोहली और रोहित ने 34 टेस्ट मैचों में 12 पारियों में एक साथ बल्लेबाजी की है। इन 12 पारियों में दोनों के बीच एक बार भी शतकीय साझेदारी नहीं हो पाई है। यहां तक कि फिफ्टी पार्टनरशिप भी सिर्फ एक बार हुई, जो 64 रन पर समाप्त हो गई। इन पारियों में दोनों की साझेदारी का प्रदर्शन कुछ इस प्रकार रहा है: 32, 25, 23, 1, 0, 64, 1, 17, 16, 2, 18, 23 रन। ये आंकड़े बताते हैं कि दोनों के बीच बेहतर सामंजस्य की कमी देखने को मिली है।

क्या ऑस्ट्रेलिया में दिखेगा दोनों का जादू?

हालांकि, ऐसा नहीं है कि कोहली और रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में कभी बड़ी साझेदारी नहीं की। 2018 से पहले दोनों ने तीन बार शतकीय साझेदारी की थी और चार बार अर्धशतकीय साझेदारी भी की थी। इन साझेदारियों ने भारतीय टीम को कई बार मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला था। रोहित के टेस्ट डेब्यू के बाद से अब तक दोनों ने कुल 26 बार एक साथ बल्लेबाजी की है और 39 की औसत से 999 रन जोड़े हैं।

ऑस्ट्रेलिया का यह दौरा भारतीय टीम के लिए एक सुनहरा अवसर है, जहां दोनों खिलाड़ी अपने रंग में लौट सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया की कठिन पिचों पर रन बनाना हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है, लेकिन अगर कोहली और रोहित इस दौरे में कुछ बड़ी साझेदारियां करते हैं, तो इससे न सिर्फ भारतीय टीम की स्थिति मजबूत होगी बल्कि फैंस के लिए भी यह खुशी का मौका होगा।

भारतीय टीम और फैंस की उम्मीदें

इस महत्वपूर्ण सीरीज के दौरान भारतीय टीम और फैंस को कोहली और रोहित से बहुत उम्मीदें हैं। दोनों के पास अब अपने खेल में सुधार करने और ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में खुद को साबित करने का मौका है। अगर कोहली और रोहित अपनी फॉर्म में वापसी कर पाते हैं और अच्छी साझेदारियां निभा पाते हैं, तो यह भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में जीत की ओर ले जाने में बड़ी भूमिका निभा सकता है।