Share Market News: बीते दो दिनों में शेयर बाजार में भारी गिरावट ने निवेशकों के लिए बड़े पैमाने पर आर्थिक नुकसान का कारण बना है। इस गिरावट से करीब 12 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति का नुकसान हो चुका है, जबकि पूरे नवंबर महीने में यह नुकसान बढ़कर 14 लाख करोड़ रुपए से अधिक हो गया है। सेंसेक्स और निफ्टी, दोनों में ही पिछले दो हफ्तों में 2 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है, जिसमें निफ्टी का प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि डॉलर इंडेक्स में वृद्धि, रुपये की कमजोरी और विदेशी निवेशकों (एफआईआई) की लगातार निकासी के चलते यह गिरावट आई है।
सेंसेक्स में तेज गिरावट
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स बुधवार को 1.25 फीसदी यानी 984.23 अंकों की गिरावट के साथ 77,690.95 पर बंद हुआ। एक समय तो सेंसेक्स 1,100 अंकों तक गिरकर 77,533.30 के निचले स्तर पर पहुंच गया था। पिछले दो कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 1,832 अंकों की गिरावट दर्ज कर चुका है, जबकि नवंबर के दौरान इसमें 1,724.92 अंकों की कमी आई है, जो लगभग 2.17 फीसदी की गिरावट को दर्शाता है।
निफ्टी में गिरावट
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी सूचकांक 1.36 फीसदी यानी 324.40 अंकों की गिरावट के साथ 23,559.05 पर बंद हुआ। कारोबारी सत्र के दौरान निफ्टी 375 अंकों की गिरावट के साथ 23,509.60 के निचले स्तर तक पहुंचा। पिछले दो दिनों में निफ्टी में 582.25 अंकों की गिरावट आई है, जबकि नवंबर में अब तक यह 646.30 अंक गिर चुका है, जो करीब 2.67 फीसदी का नुकसान है।
मुख्य शेयरों में गिरावट
इस गिरावट के दौरान कई प्रमुख शेयरों में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में हीरो मोटर्स के शेयरों में 4.21 फीसदी, महिंद्रा एंड महिंद्रा में 3.47 फीसदी, हिंडाल्को में 3.40 फीसदी, टाटा स्टील में 3.11 फीसदी और आयशर मोटर्स में 2.94 फीसदी की गिरावट आई है। दूसरी ओर, एनटीपीसी, एशियन पेंट्स, टाटा मोटर्स, ग्रासिम और ब्रिटानिया के शेयरों में हल्की तेजी देखी गई, लेकिन यह तेजी बहुत मामूली रही।
बीएसई में भी गिरावट का दौर जारी रहा। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 1.64 फीसदी, टीसीएस में 1.12 फीसदी, एसबीआई में 2 फीसदी से अधिक और एचडीएफसी बैंक में भी 2 फीसदी से अधिक की गिरावट देखी गई।
निवेशकों को बड़ा नुकसान
बीएसई का मार्केट कैप अक्टूबर के आखिरी कारोबारी दिन पर 4,44,71,429.92 करोड़ रुपए था, जो नवंबर में घटकर 4,30,45,533.54 करोड़ रुपए पर आ गया। इसका मतलब है कि केवल नवंबर के महीने में निवेशकों को 14,25,896.38 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। मंगलवार और बुधवार के संयुक्त गिरावट के चलते निवेशकों को करीब 13.90 लाख करोड़ रुपए का नुकसान सहना पड़ा है।
क्या हो सकते हैं आगे के कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि रुपये की गिरावट, विदेशी निवेशकों की निकासी और महंगाई की आशंकाओं के चलते आने वाले दिनों में भी बाजार में गिरावट का खतरा बना हुआ है। साथ ही डॉलर इंडेक्स में मजबूती से रुपये पर दबाव बना रहेगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि अगर यही रुझान जारी रहा तो शेयर बाजार एक बार फिर से 75,000 के स्तर तक पहुंच सकता है।
इस प्रकार, शेयर बाजार में लगातार गिरावट से निवेशकों में चिंता बढ़ रही है, और आने वाले दिनों में बाजार में स्थिरता आने की उम्मीदें फिलहाल क्षीण नजर आ रही हैं। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे सतर्क रहें और निवेश को लेकर सावधानी बरतें।