Jharkhand Politics: झारखंड में नई सरकार के गठन पर सस्पेंस बरकरार है। अभी तक चंपई के शपथग्रहण का समय नहीं मिल पाया है। अभी थोड़ी देर पहले नए मुख्यमंत्री के तौर पर प्रस्तावित चंपई सोरेन राजभवन पहुंचे। यहां से निकलने के बाद उन्होंने बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने जल्द समय देने का भरोसा दिया है और उनके पास अभी 43 विधायकों का समर्थन है, जल्द ही 47 विधायकों का समर्थन प्राप्त हो जाएगा।
इस बीच चंपई सोरेन को समर्थन देने वाले विधायकों को सर्किट हाउस से हैदराबाद शिफ्ट किया जा रहा है। सर्किट हाउस के बाहर बड़ी AC बस पहुंची थी जिससे विधायकों को ले जाया गया। इससे पहले पार्टी की ओर से 43 विधायकों का एक वीडियो भी जारी किया गया। राज्यपाल से मुलाकात के बाद चंपई सोरेन ने कहा कि करीब 22 घंटे बीत चुके हैं लेकिन नई सरकार के शपथ ग्रहण के बारे में राज्यपाल ने कुछ नहीं बताया है।
#WATCH | After meeting Jharkhand Governor CP Radhakrishnan, Leader of JMM legislative party, Champai Soren says "We have demanded that the process to start the formation of the Government should begin. He (Governor) said that the process will begin soon..." pic.twitter.com/AdED4ympMg
— ANI (@ANI) February 1, 2024
राज्यपाल ने कहा जल्द शुरू होगी सरकार गठन की प्रक्रिया-चंपई सोरेन
झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात के बाद जेएमएम विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने कहा, 'हमने मांग की है कि सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू होनी चाहिए। उन्होंने (राज्यपाल) कहा कि प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी..."
इससे पहले झारखंड में जारी राजनीतिक संकट के बीच चंपई सोरेन राज्यपाल सी.पी.राधाकृष्णन से मिलने राजभवन पहुंचे था। सोरेन के साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक सत्यानंद भोक्ता, भाकपा (माले) एल के विधायक विनोद सिंह और विधायक प्रदीप यादव भी थे।
सिंह ने राजभवन में प्रवेश करने से पहले कहा, ‘‘राज्यपाल से सरकार बनाने के हमारे दावे को जल्द से जल्द स्वीकार करने का अनुरोध करेंगे।’’ राज्यपाल ने राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन को शाम साढ़े पांच बजे मिलने का समय दिया था। हेमंत सोरेन को बुधवार रात यहां मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सात घंटे की पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद चंपई सोरेन झामुमो विधायक दल के नेता चुने गए थे।