World News: भारत के पड़ोसी मुल्क में आम चुनाव होना है। इन चुनावों से पहले इस मुल्क के गृह मंत्री का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा है कि हम अपने देश की धरती से भारत विरोधी कोई गतिविधि बर्दाश्त नहीं करेंगे। 7 जनवरी को आम चुनाव से ठीक पहले यह बयान सामने आया है। जानकारी के अनुसार बांग्लादेश में 7 जनवरी को आम चुनाव की वोटिंग है। इससे पहले बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि जब तक बांग्लादेश में अवामी लीग की सरकार है, तब तक बांग्लादेश में भारत विरोधी गतिविधियों या आतंकवाद को हसन नहीं किया जाएगा। बांग्लादेशी गृह मंत्री ने ये भी कहा कि भारत को चीन के बांग्लादेश में निवेश से परेशान नहीं होना चाहिए और भारत और बांग्लादेश के रिश्ते आने वाले दिनों में और मजबूत होंगे।
निष्पक्ष कराए जाएंगे चुनाव, बोले शेख हसीना के मंत्री
पीटीआई के साथ टेलीफोन पर दिए एक इंटरव्यू में शेख हसीना सरकार के वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि अवामी लीग की सरकार में 7 जनवरी को निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी बीएनपी ने हार के डर से चुनाव के बहिष्कार का एलान किया है। बीएनपी ने मांग की है कि चुनाव से पहले केयरटेकर सरकार बनाई जाए, लेकिन मांग पूरी ना होने के चलते बीएनपी ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया है।
बीएनपी की सरकार में बढ़ती हैं भारत विरोधी गतिविधियां
असदुज्जमां खान ने बताया कि बीएनपी और जमात के कार्यकाल के दौरान भारत विरोधी तत्वों को बांग्लादेश में बढ़ावा दिया गया। हमने सत्ता में आने के बाद उनका सफाया किया। जब तक हमारी पार्टी (अवामी लीग) सत्ता में है, तब तक हम अपने देश में भारत विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। गृह मंत्री ने ये भी कहा कि बीएनपी के सत्ता में आने के बाद भारत विरोधी गतिविधियां बढ़ने की आशंका है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के भारत से रिश्ते खास हैं, क्योंकि भारत ने बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई थी।
चीन से बढ़ते संबंधों पर कही ये बात
बांग्लादेश में चीन के बढ़ते निवेश पर असदुज्जमां ने कहा कि भारत को इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है। भारत और बांग्लादेश के रिश्तों की किसी से तुलना नहीं हो सकती। चीन हमारे पावर प्लांट्स और आधारभूत ढांचे में निवेश कर रहा है लेकिन भारत से हमारे रिश्ते अलग हैं और इसका असर हमारे रिश्तों पर नहीं पड़ेगा। शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग की सरकार साल 2008 से बांग्लादेश की सत्ता पर काबिज है।