BCCI News: बीसीसीआई दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है. इसकी कमाई कई हजारों-करोड़ों में है. विश्व क्रिकेट की सबसे टी20 लीग, आईपीएल से बीसीसीआई तगड़ी कमाई करती है. वहीं टीम इंडिया के मैचों के प्रसारण से, उसके लिए किट बनाने वाली डील से और अलग-अलग स्पॉन्सर्स के जरिए बीसीसीआई हर साल जमकर पैसा कमाती है. इसके अलावा आईसीसी के रेवेन्यू पूल से भी बीसीसीआई को ही सबसे ज्यादा रकम मिलती है. यानी सिर्फ पैसा ही पैसा. लेकिन भारतीय बोर्ड की इस कमाई का एक हिस्सा उससे छिन सकता है और उसे करोड़ों का नुकसान हो सकता है. इसकी वजह है भारत सरकार के डिपार्टमेंट की एक चिट्ठी.
DGHS की BCCI को चिट्ठी
असल में बीसीसीआई के अध्यक्ष रोजर बिन्नी को भारत सरकार के स्वास्थ्य सेवा निदेशालय (DGHS) की ओर से गुरुवार 1 अगस्त को एक चिट्ठी भेजी गई. इस चिट्ठी के जरिए DGHS ने भारतीय बोर्ड से कहा है कि वो तबाकू उत्पादों के सीधे या छद्म विज्ञापनों (सरोगेट एडवर्टाइजमेंट) को बढ़ावा न दे. असल में बीसीसीआई को जितने भी स्पॉन्सर मिलते हैं, उसमें से कई कंपनियां तबाकू उत्पाद भी बनाती हैं. ऐसी कंपनियों से जुड़े विज्ञापनों के पोस्टर अक्सर अलग-अलग स्टेडियमों में टीम इंडिया या आईपीएल मैच के दौरान अक्सर देखने को मिलते हैं.
सिर्फ बीसीसीआई को मिलने वाले विज्ञापन ही नहीं, बल्कि भारत के कई पूर्व और मौजूदा क्रिकेटर भी तबाकू और शराब उत्पादक कंपनियों के सरोगेट विज्ञापनों में नजर आते रहे हैं और इसे लेकर ही कई बार अलग-अलग संस्थाएं आवाज उठाती रही हैं. अब आखिरकार स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस मामले में कदम उठाया गया है. DGHS के महानिदेशक डॉ अतुल गोयल की ओर से बीसीसीआई को लिखी इस चिट्ठी में बताया गया है कि भारत पूरी दुनिया में तबाकू से होने वाली मौतों के मामले में दूसरे नंबर पर है.
तबाकू उत्पादों के प्रमोशन पर रोक को कहा
DGHS ने अपनी चिट्ठी में बीसीसीआई से कहा है कि देश में क्रिकेटरों को रोल मॉडल की तरह देखा जाता है और युवाओं में खास तौर पर फिटनेस और स्वस्थ लाइफ स्टाइल को प्रमोट करने का जरिया भी रहे हैं लेकिन आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में और कई क्रिकेटरों को तबाकू उत्पादों के सरोगेट एडवर्टाइजिंग में हिस्सा लेते देखना दुखद है. डॉ गोयल ने बीसीसीआई से कहा कि वो खिलाड़ियों द्वारा ऐसे उत्पादों के विज्ञापनों में हिस्सा लेने पर रोक लगाने के लिए जरूरी कदम उठा सकती है. उन्होंने स्टेडियमों में भी ऐसे विज्ञापनों के लगाए जाने पर रोक की बात भी कही और साथ ही कहा कि बीसीसीआई को न सिर्फ अपने खिलाड़ियों को बल्कि आईपीएल जैसे अपने इवेंट में दूसरे सेलिब्रिटी को ऐसे विज्ञापनों का हिस्सा होने पर रोक लगानी चाहिए.