Tejashwi Yadav: बिहार में जातीय जनगणना के बाद ओबीसी, एससी, और एसटी के लिए 65% आरक्षण को लेकर राजनीतिक विवाद गहरा गया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) रविवार को राज्य भर में धरना-प्रदर्शन आयोजित करेगा। पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी आरक्षण को समाप्त करना चाहती है और इसे अनुसूची 9 में शामिल नहीं किया गया। तेजस्वी ने कहा कि राजद सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से रखेगा और 1 सितंबर को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन भी करेगा।
'ओबीसी, एससी और एसटी के लिए 65% आरक्षण दिया'
तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए आरक्षण के सवाल पर कहा, हमारी सरकार ने ओबीसी, एससी और एसटी के लिए 65% आरक्षण दिया था, हमने इसे अनुसूची 9 के तहत शामिल करने का उल्लेख किया था। लेकिन इसे अनुसूची 9 में नहीं डाला गया। मामला अभी विचाराधीन है।'
'आरक्षण को खत्म करना चाहती है बीजेपी'
तेजस्वी ने आगे कहा, 'हम जानते थे कि बीजेपी ऐसा नहीं चाहती थी। वह आरक्षण खत्म करना चाहती थी, इसलिए उसने इसे अनुसूची 9 में शामिल नहीं किया...हमने कहा था कि अगर वे (राज्य सरकार) इसे कोर्ट में ठीक से पेश नहीं करते हैं, तो राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगा और अपना पक्ष रखेगा। अब कोर्ट में जा चुके हैं और कोर्ट के सामने राष्ट्रीय जनता दल अपना पक्ष पूरी मजबूती से रखेगा।
इसके साथ ही तेजस्वी ने आरक्षण को लेकर धरना-प्रदर्शन का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अपनी मांग को लेकर हमने 1 सितंबर को धरना-प्रदर्शन की घोषणा की है। हम खुद भी पार्टी कार्यालय में मौजूद रहेंगे।