Lok Sabha Elections: बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और RJD नेता तेज प्रताप यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को निशाने पर लिया है। वहीं, एक सवाल के जवाब में RJD सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पहचानने से इनकार कर दिया। पीएम मोदी के रविवार को पटना में हुए रोडशो पर बोलते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा कि पीएम आएं, चाहे उनके पिताजी आएं, कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि I.N.D.I.A. गठबंधन इंटैक्ट है पूरी तरह से और महागठबंधन की जीत होने जा रही हैं।
‘जब रिजल्ट आएगा तब अमित शाह को पता चलेगा’
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता गिरिराज सिंह की ओर से लोकसभा चुनाव बाद गांधी परिवार के फरार होने वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि कौन फरार हो गया और कौन नहीं, वह तो सामने दिख रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी जी आए और बिहार से फरार हो गए, अमित शाह आते हैं वह भी फरार हो जाते हैं। बता दें कि गिरिराज सिंह ने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा था कि चुनाव के बाद गांधी परिवार फरार हो जाएगा। लोकसभा चुनाव के चौथे चरण तक 270 सीटों पर जीत दर्ज करने वाले अमित शाह ने दावे पर उन्होंने कहा कि जब रिजल्ट आएगा, तब उनको पता चलेगा।
कार्यकर्ता को धक्का देकर विवादों में आए थे तेज प्रताप
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से जुड़े सवाल पर तेज प्रताप ने कहा, ‘कौन है जेपी नड्डा, हम नहीं जानते।’ बता दें कि तेज प्रताप हाल ही में RJD के एक नेता को धक्का देने के चलते विवाद में आ गए थे। हालांकि RJD नेता ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा था, ‘ये जो कुछ लोग मेरा एक वीडियो वायरल कर रहे हैं, उनको मैं बताना चाहता हूं कि सिक्के के दो पहलू होते हैं। एक तरफ तो देख लिया आप सभी ने, दूसरी ओर हुआ ये था कि प्रत्याशी डॉ.मीसा भारती और मेरी मां साथ में थीं। दोनों के बीच में कोई आ गया, जिसे मैंने किनारे कर दिया।’
‘अचानक मजबूरी में इनको साइड करना पड़ा’
तेज प्रताप ने आगे लिखा था, ‘मेरा हाथ पहले से जख्मी है, इनके द्वारा धक्का देकर आगे जाने के क्रम में असहाय दर्द महसूस हुआ। मुझे खुद को बचाने के लिए अचानक मजबूरी में इनको साइड करना पड़ा। मेरा मंशा कहीं से भी किन्हीं को आहत करने की नहीं रही है। जनता मालिक मेरे लिए सर्वोपरि है, जनता का मान-सम्मान ही हमारा कर्म है।’ दरअसल, मीसा भारती के नामांकन के बाद श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में एक सभा का आयोजन किया गया था। इसी दौरान मंच पर तेज प्रताप यादव पार्टी के एक नेता को धक्का देते नजर आए। हालांकि, इसके तुरंत बाद मीसा अपने भाई को संभालती नजर आईं।