Abhishek Sharma:टीम इंडिया का पटाखा फुस्स, एक शतक लगाकर बल्ला शांत, अब बढ़ सकता है संकट

02:32 PM Nov 07, 2024 | zoomnews.in

Abhishek Sharma: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच टी20 सीरीज में कई युवा खिलाड़ियों के पास अपने प्रदर्शन से टीम में अपनी जगह पक्की करने का सुनहरा मौका है। इस सीरीज में भारतीय टीम के युवा ओपनर अभिषेक शर्मा पर सबकी निगाहें रहेंगी, जो बल्ले और गेंद दोनों से अपना प्रभाव छोड़ सकते हैं। हालांकि, उन्हें टीम इंडिया में ज्यादा मौके नहीं मिले हैं, और उनके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी रही है। इस सीरीज में भी वे अपनी जगह मजबूत करने के इरादे से उतरेंगे।

जिम्बाब्वे के खिलाफ तूफानी शतक ने बटोरी थी सुर्खियां

अभिषेक शर्मा ने टीम इंडिया के लिए अपने दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में ही जिम्बाब्वे के खिलाफ केवल 36 गेंदों में 100 रन की विस्फोटक पारी खेली थी, जिससे उन्हें क्रिकेट प्रेमियों के बीच काफी पहचान मिली। लेकिन इसके बाद उनका प्रदर्शन उस स्तर पर नहीं पहुंच पाया। आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेले गए मैचों में भी अभिषेक ने कुछ प्रभावी पारियां खेली थीं, जिनके आधार पर उन्हें राष्ट्रीय टीम में बुलावा मिला था। हालांकि, जिम्बाब्वे के खिलाफ शतक के बाद वह उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए और उनका बल्ला खामोश रहा।

एक शतक के अलावा बड़ी पारी का इंतजार

अभिषेक शर्मा का करियर अभी शुरुआत में ही है, लेकिन उनकी निरंतरता पर सवाल उठे हैं। उनके नाम आठ मैचों की 7 पारियों में कुल 159 रन हैं, जिसमें एक शतक भी शामिल है। इस प्रदर्शन को देखते हुए कहा जा सकता है कि उन्होंने शतक के अलावा बड़ी पारी नहीं खेली है। उनका औसत मात्र 22.71 का है, जो ओपनिंग स्लॉट के लिए मजबूत स्थिति नहीं कहला सकता।

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और आईपीएल में दिखाया था दम

भारत की घरेलू सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने पंजाब की ओर से शानदार प्रदर्शन किया था और टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज रहे थे। इसके साथ ही आईपीएल में उन्होंने कुछ दमदार पारियां खेलकर अपने बल्लेबाजी कौशल का परिचय दिया। लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्हें यह प्रदर्शन दोहराने में कठिनाई हो रही है।

गेंदबाजी भी हो सकती है अभिषेक के लिए प्लस पॉइंट

अभिषेक शर्मा को इस सीरीज में ओपनिंग करने का मौका मिलेगा, जहां उन्हें बल्ले के साथ-साथ गेंदबाजी में भी हाथ आजमाने का अवसर मिलेगा। ओपनिंग स्लॉट के लिए भारतीय टीम में शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल और रुतुराज गायकवाड जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के बीच प्रतिस्पर्धा है। संजू सैमसन भी ओपनिंग के लिए एक दावेदार के रूप में उभरे हैं। ऐसे में अभिषेक के लिए यह एक कठिन चुनौती है। उनकी गेंदबाजी टीम इंडिया के लिए एक अतिरिक्त लाभ हो सकती है, और यदि वे दोनों भूमिकाओं में सफल होते हैं, तो वे टीम में अपनी जगह पक्की करने में सफल हो सकते हैं।

आगामी सीरीज में निरंतरता से खुद को साबित करने की चुनौती

अभिषेक के लिए यह टी20 सीरीज महत्वपूर्ण है, क्योंकि उनकी जगह ओपनिंग में स्थायी नहीं है। उनके पास साउथ अफ्रीका के खिलाफ चार मैचों में खुद को साबित करने का अवसर है। यदि वे इन मैचों में बल्ले और गेंद दोनों से प्रभाव छोड़ते हैं, तो निश्चित रूप से वे टीम इंडिया में अपनी स्थिति को मजबूत कर सकते हैं।

निष्कर्ष

अभिषेक शर्मा के लिए यह सीरीज उनके करियर के लिए निर्णायक साबित हो सकती है। ओपनिंग स्लॉट पर हो रही कड़ी प्रतिस्पर्धा को देखते हुए उन्हें बल्ले और गेंद दोनों में दम दिखाना होगा। उनका शानदार प्रदर्शन न केवल उन्हें टीम में स्थायी जगह दिला सकता है, बल्कि टीम इंडिया के फैंस के बीच भी उन्हें एक मजबूत और भरोसेमंद खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर सकता है।