Share Market Today: आज के दिन शेयर बाजार की शुरुआत मिश्रित रही, जहां शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही हरे निशान में खुलने के बाद लाल निशान में फिसल गए। हालांकि, बाजार में हलचल जारी है और निवेशकों को कोई स्पष्ट दिशा नहीं मिल रही है।
सेंसेक्स और निफ्टी की आज की स्थिति
आज सुबह सेंसेक्स ने 46.40 अंकों की मामूली तेजी के साथ 81,554.86 अंक पर कारोबार की शुरुआत की। वहीं, निफ्टी ने भी 19.30 अंकों की तेजी के साथ 24,635.05 अंक पर ओपनिंग की। कुछ प्रमुख शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है, जैसे एचसीएल टेक, टाटा मोटर्स, बजाज फाइनेंस, आईटीसी आदि। हालांकि, बाजार का रुख लगातार बदल रहा है, हरे और लाल निशान में उतार-चढ़ाव हो रहा है, जो निवेशकों के लिए चिंताजनक हो सकता है।
सोमवार को बाजार का समापन
सोमवार के दिन भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का माहौल था। बीएसई सेंसेक्स ने 200 अंकों से ज्यादा की गिरावट के साथ समापन किया। सेंसेक्स 200.66 अंक गिरकर 81,508.46 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 58.80 अंक की गिरावट के साथ 24,619 अंक पर बंद हुआ। प्रमुख कंपनियों जैसे रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनिलीवर और एक्सिस बैंक में बिकवाली के कारण बाजार में यह गिरावट आई।
वैश्विक और घरेलू कारणों का असर
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के मुताबिक, पश्चिम एशिया में तनाव के कारण कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि हो रही है, जिसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखा जा रहा है। साथ ही, इस सप्ताह भारत और अमेरिका में खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होने वाले हैं, और यूरोपीय केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति पर बैठक भी होनी है। इन घटनाओं ने निवेशकों को सतर्क कर दिया है, जिसके कारण बाजार में अस्थिरता देखी जा रही है।
निवेशकों का रुख
वैश्विक कारकों और घरेलू आंकड़ों के बीच निवेशकों ने आज सतर्क रुख अपनाया है। बाजार के उतार-चढ़ाव को देखकर निवेशक ज्यादा जोखिम लेने से बच रहे हैं। खासतौर पर कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी और मुद्रास्फीति के आंकड़े आने से बाजार में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है।
आगे की दिशा
विश्लेषकों के अनुसार, अगले कुछ दिनों में बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रह सकती है। निवेशकों को बाजार के मौजूदा रुझानों और वैश्विक घटनाओं पर नजर बनाए रखनी होगी। बाजार के भावी रुझान मुद्रास्फीति के आंकड़ों, कच्चे तेल की कीमतों और यूरोपीय केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति पर निर्भर करेंगे।
हालांकि, भारतीय बाजार में कुछ मजबूत कंपनियों के शेयरों में तेजी बनी हुई है, जैसे एचसीएल टेक, बजाज फाइनेंस और आईटीसी। ऐसे में निवेशकों को बाजार में संभावनाओं को तलाशते हुए सतर्कता बरतनी चाहिए।