Lok Sabha Election:अभी भी रामपुर की सीट पर सस्पेंस, क्या अखिलेश मानेंगे आजम खान की बात?

08:36 PM Mar 24, 2024 | zoomnews.in

Lok Sabha Election: डॉक्टर एस टी हसन पिछले कई दिनों से लखनऊ में डेरा डाले थे. वे कई बार अखिलेश यादव से मिल चुके थे. पार्टी के कई बड़े नेताओं से पैरवी करा चुके थे. हसन के लखनऊ में रहते हुए कई उम्मीदवारों की घोषणा हो गई, लेकिन मुरादाबाद का नंबर नहीं आ रहा था. कमाल अख्तर भी मुरादाबाद से ही चुनाव लड़ना चाहते थे. टिकट के लिए उन्होंने भी पूरी ताकत झोंक दी थी. वे अखिलेश यादव की सरकार में मंत्री रह चुके हैं. मुरादाबाद की ही कांठ सीट से विधायक हैं. अखिलेश यादव भी इस बार सॉफ्ट हिंदुत्व की सोच वाले मुस्लिम नेताओं को टिकट देना चाहते थे.

समाजवादी पार्टी में कई बैठकों के बाद मुरादाबाद का टिकट अब फाइनल हो गया. एस टी हसन ही अब वहां से चुनाव लड़ेंगे. अखिलेश यादव ने आज मुरादाबाद के पार्टी नेताओं संग मीटिंग की. इसी मीटिंग में मुरादाबाद और रामपुर के विधायकों समेत सभी बड़े नेता मौजूद रहे. अखिलेश ने सबके सामने अपना फैसला सुनाया. फिर उन्होंने कमाल अख्तर को इस फैसले के बारे में मीडिया को बताने के लिए कहा. कमाल खुद चुनाव लड़ना चाहते थे. लेकिन अखिलेश के निर्देश पर उन्होंने अपनी उम्मीदवारी छोड़ दी. बाहर आकर कमाल ने ही मीडिया को एस टी हसन के चुनाव लड़ने के बारे में बताया.

रामपुर सीट पर सस्पेंस बरकरार

मुरादाबाद तो तय हो गया लेकिन रामपुर पर सस्पेंस अब भी बना हुआ है. पिछले चुनाव में समाजवादी पार्टी इन दोनों सीटों पर विजयी रही थी. टिकट फाइनल करने के लिए ही आजम खान से अखिलेश यादव जेल में मिले थे. अदालत से सजा होने के बाद से आजम जेल में हैं. वे चुनाव नहीं लड़ सकते हैं. उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम भी जेल में है. कोर्ट ने उनके चुनाव लड़ने पर भी रोक लगा दी है. जेल में आजम ने अखिलेश से रामपुर से चुनाव लड़ने की अपील की.

आजम खान बोले- अखिलेश लड़े यहां से चुनाव

आजम खान ने कहा कि अगर वे चुनाव लड़ें तो समाजवादी पार्टी की जीत तय है. आजम के इस्तीफे के बाद रामपुर में हुए लोकसभा के उप चुनाव में बीजेपी जीत गई थी. आजम खान ने अपने करीबी आसिम रजा को चुनाव लड़वाया था. जेल में अखिलेश से आजम खान ने कहा कि आपके अलावा कोई लड़ नहीं पाएगा. रामपुर से पार्टी के नेताओं की एक टीम ने अखिलेश से मुलाकात की. उन सबने भी अखिलेश से चुनाव लड़ने की अपील की.

अखिलेश यादव ने एक दिन का समय मांगा

इसके जवाब में अखिलेश ने एक दिन का समय मांग लिया. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि आजम खान पर आंख मूंद कर भरोसा नहीं किया जा सकता है. क्या पता अखिलेश को रामपुर से चुनाव लड़वाने के उनके प्रस्ताव के पीछे कोई राजनीति हो. रामपुर में पहले राउंड में ही चुनाव है. नामांकन की आखिरी तारीख 27 मार्च है.