Jharkhand Politics: झारखंड में मुख्यमंत्री बदलने को लेकर जारी अटकलों पर विराम लग गया है। आज झारखंड विधायक दल की बैठक में एक सुर से हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद पर बनाए रखने का फैसला लिया गया। इससे पहले ऐसी अटकलें थी कि ईडी की ओर से मिल रहे लगातार नोटिस के बाद हेमंत सोरेन इस्तीफा दे सकते हैं और अपनी जगह पत्नी कल्पना सोरेन को प्रदेश की बागडोर सैंप सकते हैं।
दरअसल, अवैध खनन के मामले में ईडी की टीम रांची, साहिबगंज और देवघर समेत कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। सीएम हेमंत सोरेन के करीबियों पर ये छापेमारी चल रही है। उनके मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद, साहिबगंज के कलेक्टर रामनिवास यादव और देवघर के पूर्व एमएलए पप्पू यादव, रांची में आर्किटेक्ट बिनोद सिंह और ठेकेदार सरावगी के यहां भी ईडी कार्रवाई कर रही है।
विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने कहा, "बैठक में 43 विधायक मौजूद थे और जो बात सामने आई है वो ये है कि हेमंत सोरेन आज भी मुख्यमंत्री हैं और आगे भी वो ही मुख्यमंत्री रहेंगे..."
बता दें कि ED ने हेमंत सोरेन को सातवीं बार समन भेजा है, इसके बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि वो इस्तीफा देकर अपनी पत्नी को राज्य की कमान सौंप सकते हैं। लेकिन विधायक दल की बैठक में ईडी के छापे को लेकर चर्चा तो हुई लेकिन हेमंत सोरेन को सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया कि वे सीएम के पद पर बने रहेंगे।
सोरेन ने इस बैठक में अपनी पार्टी के अलावा सहयोगी दल कांग्रेस और आरजेडी के विधायकों को भी बुलाया था। झारखंड में महागठबंधन के विधायकों की कुल संख्या इस समय 48 है।