Silver Price Forecast: भारत में त्योहारों का सीजन दस्तक दे चुका है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर फेस्टिव सेल्स का दौर शुरू हो चुका है, और जल्द ही नवरात्रि से आधिकारिक रूप से इस सीजन की शुरुआत हो जाएगी। इस समय, सोने-चांदी के बाजार में तेजी देखी जा रही है। हालांकि, इस साल चांदी ने सोने से बेहतर प्रदर्शन किया है, और एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि आने वाले महीनों में चांदी का भाव 1.25 लाख रुपये प्रति किलो को पार कर सकता है।
फेस्टिव सीजन में बढ़ी मांग
भारत में त्योहारों के मौसम के दौरान सोने-चांदी की मांग तेजी से बढ़ती है। धनतेरस और दिवाली जैसे त्योहारों पर पारंपरिक रूप से लोग सोने और चांदी के आभूषणों की जमकर खरीदारी करते हैं। इसके अलावा, फेस्टिव सीजन के तुरंत बाद शादी का सीजन शुरू हो जाता है, जो इन धातुओं की मांग को और बढ़ाता है। इस समय, लोग इन्वेस्टमेंट के उद्देश्य से भी सोने और चांदी में निवेश करते हैं, क्योंकि शॉर्ट-टर्म में इन धातुओं में मुनाफे की अच्छी संभावना होती है।
चांदी ने दिया सोने से ज्यादा रिटर्न
हाल के आंकड़ों के अनुसार, सोने की तुलना में चांदी ने बेहतर रिटर्न दिया है। जब से अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 0.5 प्रतिशत की कटौती की है, तब से सोने और चांदी की कीमतों में उछाल आया है।
इस कटौती के बाद, चांदी की कीमत में लगभग 5% की वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि सोने की कीमत में केवल 3.5% का इजाफा हुआ है। चांदी के बेहतर प्रदर्शन के कारण निवेशक इसमें अधिक पैसा लगा रहे हैं। चांदी के रिटर्न में वृद्धि का एक और कारण इसका इंडस्ट्रियल उपयोग भी है। चांदी का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक्स, बैटरी और सेमीकंडक्टर जैसे उद्योगों में बड़े पैमाने पर होता है। इसके अलावा, चीन के सेंट्रल बैंक द्वारा भी ब्याज दरों में कटौती के कारण वहां की इंडस्ट्रियल डिमांड में तेजी आई है, जिससे चांदी की कीमतों में भी उछाल देखा जा रहा है।
क्या चांदी का भाव 1.25 लाख के पार जाएगा?
भारत में वर्तमान में चांदी की कीमत 93,000 रुपये प्रति किलो के आसपास है, जिसमें 3% जीएसटी शामिल है। विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे ही चांदी का भाव 1 लाख रुपये प्रति किलो के स्तर को पार करेगा, बाजार में कुछ समय के लिए करेक्शन आ सकता है। यह करेक्शन अधिकतर मनोवैज्ञानिक कारणों से होगा, क्योंकि 1 लाख रुपये का आंकड़ा एक महत्वपूर्ण स्तर माना जाता है। हालांकि, इसके बावजूद चांदी की मांग बनी रह सकती है।
इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट पृथ्वीराज कोठारी के अनुसार, करेक्शन के बावजूद चांदी की कीमतें अगले 6 से 9 महीनों में 1.25 लाख रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती हैं। वर्तमान में इंटरनेशनल मार्केट में चांदी की कीमत 31.18 डॉलर प्रति औंस है, और आने वाले समय में इसमें और भी तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।
निवेशकों के लिए अवसर
फेस्टिव सीजन और शादियों के सीजन में सोने और चांदी की मांग बढ़ने के साथ, इन धातुओं में निवेश करने का यह सही समय हो सकता है। खासकर चांदी, जिसने हाल के महीनों में बेहतर प्रदर्शन किया है, निवेशकों को अच्छा रिटर्न दे सकती है।