Karni Sena: जयपुर में राष्ट्रीय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव सिंह शेखावत और श्री राजपूत करणी सेना के महिपाल सिंह मकराना के बीच शुक्रवार रात को विवाद हो गया। दोनों ने एक-दूसरे पर फायरिंग करने का आरोप लगाया है। हालांकि मारपीट में महिपाल सिंह घायल हो गए। उन्हें एसएमएस अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल चित्रकूट थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। शिव सिंह शेखावत ने बताया- चार लोग मेरे कार्यालय में घुसे। एक बदमाश ने मुझ पर फायर कर दिया। गोली मेरे पास से निकल गई। इससे मुझे कुछ नहीं हुआ। इस दौरान मेरे गनमैन ने बदमाश को कंट्रोल किया। उसे नीचे गिरा दिया। फायरिंग करने वाले से मैंने जब रिवाॅल्वर छीनी तो वह सॉरी बोलने लगा। मेरा गनमैन फायर करने वाला था, लेकिन मैंने उसे रोक लिया।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश बिश्नोई ने बताया- घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। मकराना घायल थे, उनका उपचार कराया जा रहा है। दोनों के पास गनमैन है। गनमैन से भी घटना को लेकर पूछताछ की जाएगी। राष्ट्रीय करणी सेना के कार्यालय में लगे हुए सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। क्या हुआ इसे लेकर जांच हो रही है।
इधर, घटना के बाद महिपाल सिंह मकराना के समर्थक चित्रकूट थाने पहुंचे। यहां पुलिस-प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए। महिपाल समर्थन शिव सिंह के लोगों पर मारपीट करने का आरोप लगा रहे हैं।
महिपाल की पत्नी बोलीं- धोखे से बुलाकर मारा
महिपाल की पत्नी वर्षा ने बताया- इनको (महिपाल सिंह) धोखे से बुलाकर मारा गया है। उनको पता था ये आदमी अकेला आएगा। उन्होंने पहले से 40 लोग इकट्ठा कर रखे थे। इसलिए उन्हें बुरी तरीके से मारा है। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को भी इसी तरह धोखाधड़ी से मारा गया था।
उन्होंने मुझे अभी इतना बताया है, धोखे से बुलाकर मारा गया है। फायरिंग उनकी (शिव सिंह) तरफ से हुई है। उन्होंने खुद ने नीचे फायरिंग की है। नाम लगा दिया इन्होंने फायरिंग की है। इन्होंने कुछ नहीं किया।
घटनास्थल से मिला गोली का खाली खोखा
उन्होंने कहा कि घटनास्थल से गोली का खाली खोखा मिला है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि इस घटना के संबंध में फिलहाल कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है। बता दें कि आपसी विवाद के बाद अब महिपाल सिंह मकराना और शिव सिंह शेखावत एक दूसरे पर फायरिंग करने का आरोप लगा रहे हैं। हालांकि इस झगड़े में महिपाल सिंह घायल हो गए हैं। महिपाल सिंह मकराना को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल चित्रकूट थाना पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
खंगाले जा रहे सीसीटीवी फुटेज
शिव शिंह शेखावत ने इस घटना को लेकर कहा कि चार लोग मेरे कार्यालय में घुसे। एक बदमाश ने मुझपर फायरिंग कर दी। गोली मेरे पास से निकल गई। इसे मुझे कुछ नहीं हुआ। इस दौरान मेरे गनमैन ने मकराना को कंट्रोल किया। उसके बाद उसे गिरा दिया या। फायरिंग करने वाले से मैंने जब रिवॉल्वर छीनी तो वह सॉरी बोलने लगा। उन्होंने कहा कि मेरा गनमैन फायर करने वाला था। लेकिन उसे रोक लिया। पूरे मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय करणी सेना के ऑफिस में लगे हुए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
घायल हुए महिपाल सिंह मकराना
शिव सिंह ने महिपाल सिंह मकराना पर फायर करने का आरोप लगाया है तो वहीं महिपाल सिंह मकराना ने भी शिव सिंह पर फायरिंग करने का आरोप लगाया है. श्री राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष महिपाल मकराना को निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया हैं. शिव सिंह ने कहा कि कुछ दिनों पहले उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई थी. फायरिंग के दौरान महिपाल को कंट्रोल करने के लिए गनमैन ने बंदूक की बट से हमला किया जिसमें मकराना घायल हो गए हैं.
शिव सिंह शेखावत ने लगाए गंभीर आरोप
जानकारी के मुताबिक शिव सिंह शेखावत ने आरोप लगाया है कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में महिपाल मकराना का हाथ है. शेखावत ने बयान जारी करके आरोप लगाया है कि मकराना उनके ऑफिस में नशा करके पहुंचे थे और मकराना ने बातचीत के दौरान फायरिंग कर दी. शेखावत ने आगे कहा कि मकराना का मुझे जान से मारने का प्लान था. हम सब सुशांत सिंह राजपूत मामले में मीटिंग कर रहे थे. अचानक से मकराना ऑफिस में घुसे और फायरिंग की. फिर मेरे गनमैन ने रायफल के बट से उन्हें मारा. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
करणी सेना के अध्यक्ष को घर में घुसकर गोलियां मारी थीं
5 दिसंबर को दोपहर करीब 1:03 बजे 2 बदमाशों ने राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी पर गोलियां चलाई थीं, फिर भाग निकले थे। गोगामेड़ी को मेट्रो मास हॉस्पिटल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
गोगामेड़ी के साथ घटना के दौरान मौजूद गार्ड अजीत सिंह गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बदमाशों की फायरिंग में नवीन शेखावत की भी मौत हो गई थी। नवीन ही बदमाशों को गोगामेड़ी के घर ले गया था। गोगामेड़ी राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। इससे पहले लंबे समय तक राष्ट्रीय करणी सेना से जुड़े रहे थे। विवाद के बाद राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के नाम से अलग संगठन बना लिया था।