Aam Aadmi Party: आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, आखिरकार तिहाड़ जेल से बाहर आ चुके हैं। उन्हें धनशोधन मामले में दिल्ली की एक अदालत से जमानत मिली है, जिसके बाद उनकी रिहाई हुई। जमानत मिलने के तुरंत बाद, उनके पार्टी साथी मनीष सिसोदिया ने कहा, "बहुत खुशी की बात है, हमारा हीरो वापस आ गया है।" जेल से बाहर निकलते ही, सत्येंद्र जैन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को अन्याय के खिलाफ संघर्ष जारी रखना चाहिए।
सत्येंद्र जैन की रिहाई के बाद की बातें
जेल से रिहा होते ही सत्येंद्र जैन ने अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, "आम आदमी राजनीति में न आ जाए और आम आदमी चुनाव न लड़े, इसके लिए षड्यंत्र रचे जा रहे हैं ताकि हमारी आवाज़ को दबाया जा सके।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि देश के संसाधन कुछ खास लोगों के हाथों में हैं। जैन ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की सरकार हमेशा आम जनता के हित में काम करती है, जबकि अन्य दल केवल कुछ लोगों के लिए काम कर रहे हैं।
सत्येंद्र जैन ने आगे कहा, "आतिशी जी, आपको भी जेल जाना होगा।" इस बयान में उन्होंने पार्टी की एकता और संघर्ष को स्पष्ट किया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पहले से ही यह बताया गया था कि उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा, लेकिन वे डरने वाले नहीं हैं।
अदालत का निर्णय
सत्येंद्र जैन को ईडी ने 30 मई 2022 को गिरफ्तार किया था। उन पर चार कंपनियों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे थे। पिछले एक साल से वह न्यायिक हिरासत में थे। हाल ही में, विशेष न्यायाधीश राकेश स्यान ने मामले की सुनवाई करते हुए जमानत का आदेश दिया। उनके वकील ने अदालत में कहा कि हिरासत में रखने से सत्येंद्र जैन के उद्देश्य की पूर्ति नहीं होगी। हालांकि, ईडी ने जमानत का विरोध करते हुए कहा कि यदि जैन को रिहा किया गया, तो वह गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं।
पार्टी के नेताओं की प्रतिक्रिया
जेल से बाहर आने पर, सत्येंद्र जैन का स्वागत करने के लिए आम आदमी पार्टी के कई प्रमुख नेता मौजूद थे, जिनमें सीएम आतिशी, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह शामिल थे। सीएम आतिशी ने इस अवसर पर कहा, "सत्य की विजय हुई है।" उनकी यह टिप्पणी पार्टी के प्रति विश्वास को दर्शाती है और यह संकेत देती है कि पार्टी की प्राथमिकता न्याय और सच्चाई पर आधारित है।
निष्कर्ष
सत्येंद्र जैन की रिहाई ने आम आदमी पार्टी के नेताओं और उनके समर्थकों में नई ऊर्जा भर दी है। उनकी बातों से स्पष्ट होता है कि वे अन्याय के खिलाफ लड़ाई जारी रखने के लिए तैयार हैं। जमानत मिलने के बाद, अब यह देखना होगा कि क्या सत्येंद्र जैन और आम आदमी पार्टी भविष्य में अपने संघर्ष को जारी रख सकेंगे या फिर उन्हें नए राजनीतिक और कानूनी चुनौती का सामना करना पड़ेगा।