Israel Hamas War: भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री मोहम्मद शतयेह से बातचीत की. टेलीफोन पर हुई इस बातचीत के दौरान जयशंकर ने फिलिस्तीनी प्रधानमंत्री से गाजा और वेस्ट बैंक की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की. जयशंकर ने खुद ट्वीट करके इसकी जानकारी दी. जयशंकर ने एक्स पर कहा, ‘आज शाम फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री मोहम्मद शतयेह से बात की. उन्होंने गाजा और वेस्ट बैंक दोनों की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की. दोनों नेताओं ने संपर्क में बने रहने पर सहमति जताई.’
भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि हमने बातचीत के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा की. हमने फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत की स्थिति को दोहराया.
Spoke to Palestinian Prime Minister Mohammad Shtayyeh this evening.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) December 9, 2023
He expressed deep concern on the situation in both Gaza and the West Bank. Reiterated India’s long-standing position on Palestine. Agreed to remain in touch.
फिलिस्तीन को लेकर भारत की एक ही नीति
बता दें कि जंग की शुरुआत के महज चंद दिन बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि फिलिस्तीन को लेकर भारत की नीति लंबे समय से एक ही रही है. भारत हमेशा से बातचीत के जरिए से आजाद और संप्रभु फिलिस्तीन बनाने की वकालत करता रहा है. भारत का स्टैंड एकदम क्लियर है. इजराइल पर किए गए हमास के हमले को भारत एक आतंकी हमले के रूप में देख रहा है.
PM मोदी ने की थी फिलिस्तीनी राष्ट्रपति से बात
बता दें कि 19 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ बातचीत की थी. इस दौरान पीएम मोदी ने भारत की स्थिति को दोहराया था. पीएम मोदी ने फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता जताई. इसके अलावा गाजा युद्ध में मारे गए लोगों की प्रति संवेदना व्यक्त की थी. पीएम मोदी ने कहा था कि हम फिलिस्तीनी लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखेंगे.
युद्ध में अब तक 16000 से ज्यादा लोगों की मौत
बता दें कि इजराइल और हमास के बीच पिछले 2 महीने से जंग जारी है. इस युद्ध में अब तक 16 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 40 हजार से अधिक घायल बताए जा रहे हैं. सात अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से इस युद्ध की शुरुआत हुई थी, जो आज तलक जारी है और यह जंग कब तक जारी रहेगी, यह भी कहना मुश्किल है. हमास के हमले में इजराइल में करीब 1400 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद इजराइल ने भी गाजा में ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी.