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Moscow Blast:रूसी जनरल इगोर किरिलोव की मौत, पश्चिमी देशों की रूस ने साजिश बताया

Moscow Blast: रूस की जांच कमेटी ने बताया कि न्यूक्लियर, बायोलॉजिकल, केमिकल डिफेंस फोर्स (NBC) के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव की मॉस्को में हुए एक धमाके

Moscow Blast: रूस की राजधानी मॉस्को रविवार को एक भीषण बम धमाके से हिल गई। इस हमले में रूस की सेना के उच्च-स्तरीय अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव और उनके सहायक की मौत हो गई। यह घटना रूस के लिए न केवल सैन्य दृष्टिकोण से बड़ा नुकसान है, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था में एक बड़ी चूक की ओर भी इशारा करती है।


विस्फोट की घटना कैसे हुई?

रूसी जांच कमेटी के अनुसार, यह हमला रविवार सुबह मॉस्को के दक्षिण-पूर्वी रिहायशी इलाके में हुआ। जनरल इगोर किरिलोव, जो न्यूक्लियर, बायोलॉजिकल और केमिकल डिफेंस फोर्स (NBC) के प्रमुख थे, अपने एक सहायक के साथ एक रेसिडेंस ब्लॉक से बाहर निकल रहे थे। इसी दौरान एक स्कूटर में छिपाए गए बम में जोरदार विस्फोट हुआ।

  • धमाके में 200 ग्राम टीएनटी जैसे शक्तिशाली विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था।
  • धमाके की वजह से बिल्डिंग का दरवाजा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और आसपास की खिड़कियों के शीशे टूट गए।
  • घटनास्थल पर ही जनरल किरिलोव और उनके सहायक की मौत हो गई।

विस्फोट के बाद की तस्वीरों में मौके पर क्षतिग्रस्त इमारत और दो बॉडी बैग्स रखे हुए देखे गए।


हमले के पीछे साजिश या सुनियोजित हत्या?

मॉस्को पुलिस और जांचकर्ताओं ने इसे सुनियोजित हत्या करार दिया है। रूसी जांच समिति ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।

  • पुलिस संदिग्धों की तलाश के लिए सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच कर रही है।
  • इलेक्ट्रिक स्कूटर का उपयोग कर विस्फोट को अंजाम देने के पीछे हमलावरों की रणनीति की भी जांच की जा रही है।

जनरल इगोर किरिलोव: कौन थे वे?

54 वर्षीय लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव रूस की रेडिएशन, केमिकल और बायोलॉजिकल डिफेंस ट्रूप्स के प्रमुख थे। उन्हें रूस के सैन्य ढांचे में एक निडर, साहसी और अनुभवी अधिकारी के तौर पर जाना जाता था।

  • उन्होंने अमेरिकी और पश्चिमी देशों पर कथित जैविक और रासायनिक हथियार परियोजनाओं के खिलाफ कई सनसनीखेज खुलासे किए थे।
  • अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वे एक विवादित लेकिन प्रभावशाली सैन्य नेता के रूप में उभरे।
  • उनका नाम उन अधिकारियों में शामिल था, जिन पर ब्रिटेन और यूक्रेन ने गंभीर आरोप लगाए थे।

जनरल पर लगे थे प्रतिबंध

अक्टूबर में ब्रिटेन ने जनरल इगोर किरिलोव पर प्रतिबंध लगाए थे। ब्रिटेन ने उन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने यूक्रेन में केमिकल हथियारों के इस्तेमाल की निगरानी की थी और क्रेमलिन के दुष्प्रचार अभियान का हिस्सा रहे।

  • यूक्रेन की खुफिया एजेंसी SBU ने भी हाल ही में किरिलोव पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे रासायनिक हथियारों के बड़े पैमाने पर इस्तेमाल के लिए जिम्मेदार थे।

रूस के लिए बड़ा नुकसान

जनरल इगोर किरिलोव की मौत को रूस के लिए एक बड़े सैन्य और रणनीतिक नुकसान के तौर पर देखा जा रहा है।

  • उनकी विशेषज्ञता और नेतृत्व क्षमता रूस की NBC डिफेंस फोर्स के लिए महत्वपूर्ण थी।
  • उनके जाने से रूस की जैविक और रासायनिक सुरक्षा तंत्र में एक बड़ा खालीपन पैदा हो सकता है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं और असर

इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हलचल मचा दी है।

  • रूस और पश्चिमी देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों में यह हमला और दरार पैदा कर सकता है।
  • यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच इस तरह की टार्गेटेड किलिंग को एक सैन्य रणनीति के हिस्से के रूप में देखा जा सकता है।

निष्कर्ष

मॉस्को में हुए इस बम धमाके और जनरल इगोर किरिलोव की मौत ने एक बार फिर रूस की सुरक्षा व्यवस्था को सवालों के घेरे में ला दिया है। यह हमला न केवल रूस के सैन्य ढांचे को झटका देने वाला है, बल्कि वैश्विक स्तर पर नए भू-राजनीतिक तनाव को जन्म देने वाला भी साबित हो सकता है। जांच के नतीजों का इंतजार रहेगा, लेकिन फिलहाल यह घटना रूस के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है।

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