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Delhi Election 2025:राहुल सीलमपुर से फूंकेंगे चुनावी बिगुल, साफ होगी कांग्रेस की पिक्चर?

Delhi Election 2025: कांग्रेस दिल्ली विधानसभा चुनाव को त्रिकोणीय मुकाबला बनाने के लिए पूरा जोर लगा रही, लेकिन पार्टी का पूरा दारोमदार हाईकमान की रणनीति पर

Delhi Election 2025: दिल्ली की राजनीति में कांग्रेस के पुनरुत्थान की कोशिशें इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई हैं। पिछले तीन विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इस बार पार्टी पूरे दमखम के साथ मैदान में उतर रही है। हालांकि, दिल्ली में कांग्रेस के एजेंडे को लेकर अब भी स्थिति स्पष्ट नहीं है।

राहुल गांधी का चुनावी बिगुल

कांग्रेस ने मकर संक्रांति से ठीक पहले अपना चुनाव प्रचार अभियान शुरू करने की घोषणा की है। इस अभियान का आगाज़ पूर्वी दिल्ली के मुस्लिम बहुल इलाके सीलमपुर में एक जनसभा के साथ होगा, जिसे राहुल गांधी संबोधित करेंगे। राहुल गांधी अपने तेज़-तर्रार भाषणों के लिए जाने जाते हैं। यदि वे बीजेपी के साथ-साथ आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर भी आक्रामक रुख अपनाते हैं, तो कांग्रेस के चुनावी एजेंडे की तस्वीर साफ हो सकती है।

त्रिकोणीय मुकाबले की तैयारी

दिल्ली में कांग्रेस का पूरा जोर विधानसभा चुनाव को त्रिकोणीय मुकाबला बनाने पर है। पार्टी हाईकमान की रणनीति पर प्रदेश कांग्रेस की नजरें टिकी हुई हैं। राहुल गांधी की इस अभियान में भागीदारी अहम मानी जा रही है। अगर कांग्रेस अपने आक्रामक रुख को बरकरार रखती है तो दिल्ली का चुनावी मुकाबला और दिलचस्प हो सकता है।

कांग्रेस का फोकस आप सरकार की विफलताओं को उजागर करने पर है। दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस ने न्याय यात्रा निकालकर जनता तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की। इस दौरान कांग्रेस ने शराब नीति के खिलाफ भी आक्रामक प्रचार किया।

खोई हुई जमीन पाने की कोशिश

दिल्ली में कांग्रेस अपनी खोई हुई जमीन पाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। पार्टी ने कई वरिष्ठ नेताओं और पूर्व विधायकों को उम्मीदवार बनाया है। कालकाजी में मुख्यमंत्री पद की दावेदार आतिशी के खिलाफ अलका लांबा को उतारा गया है। इसी तरह मनीष सिसोदिया के खिलाफ फरहाद सूरी को टिकट दिया गया है।

कांग्रेस ने सीलमपुर से आप के बागी विधायक अब्दुल रहमान को भी मैदान में उतारा है। यह सभी उम्मीदवार कांग्रेस के पुराने वोट बैंक को साधने की रणनीति का हिस्सा हैं।

लोकलुभावन वादों की बरसात

कांग्रेस ने चुनावी घोषणाओं के जरिए मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की है। आप सरकार की योजनाओं के मुकाबले कांग्रेस ने ‘प्यारी दीदी योजना’ के तहत महिलाओं को 2500 रुपये मासिक भत्ता देने की घोषणा की है। इसके अलावा ‘जीवन रक्षा योजना’ के तहत हर दिल्लीवासी को 25 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा देने का वादा किया है।

शिक्षित बेरोजगारों के लिए कांग्रेस ने 8500 रुपये प्रति माह भत्ता देने की बात कही है। इसके साथ ही, कांग्रेस मुफ्त बिजली की योजना भी ला सकती है।

आप और भाजपा पर हमले की रणनीति

दिल्ली कांग्रेस का पूरा अभियान बीजेपी और आम आदमी पार्टी दोनों के खिलाफ आक्रामक है। पार्टी ने आम आदमी पार्टी की विफलताओं को जनता के सामने रखने के लिए एलईडी स्क्रीन और बड़े-बड़े गुब्बारे भी इस्तेमाल किए। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली को भ्रष्टाचार और बदहाली की ओर धकेल दिया है।

विपक्षी खेमे में हलचल

दिल्ली के चुनाव में कांग्रेस के आक्रामक रुख से विपक्षी खेमे में हलचल मच गई है। आम आदमी पार्टी ने टीएमसी, आरजेडी, शिवसेना (यूबीटी) और सपा जैसे दलों का समर्थन हासिल कर लिया है। इसके बावजूद कांग्रेस अपने चुनाव अभियान को भाजपा और आप दोनों के खिलाफ बनाए हुए है।

नज़रें राहुल गांधी की पहली रैली पर

राहुल गांधी की सीलमपुर में होने वाली रैली को लेकर कांग्रेस के साथ-साथ बीजेपी और आप भी सतर्क हैं। इस रैली में राहुल गांधी के भाषण की दिशा तय करेगी कि कांग्रेस का चुनावी अभियान किस ओर जाएगा।

अगर राहुल गांधी ने केजरीवाल सरकार की नीतियों पर सीधे हमले किए और आम आदमी पार्टी को घेरा, तो कांग्रेस के लिए दिल्ली की चुनावी तस्वीर बदल सकती है। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि राहुल गांधी अपने भाषणों में किस तरह के मुद्दों को प्राथमिकता देते हैं।

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