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BPSC Paper Leak Case:BPSC अभ्यर्थियों को राहुल गांधी दिलाएंगे न्याय, बोले- लाठीचार्ज करना शर्मनाक

BPSC Paper Leak Case: बीपीएससी अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज मामले को लेकर राहुल गांधी ने एनडीए सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ये बेहद शर्मनाक और निंदनीय

BPSC Paper Leak Case: बिहार में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) प्रश्नपत्र लीक कांड ने छात्रों और राजनीतिक हलकों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है। पटना में बुधवार को इस मामले को लेकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज ने घटना को और अधिक गंभीर बना दिया।

क्या है पूरा मामला?

बीपीएससी की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने की खबरें आने के बाद, छात्रों ने परीक्षा रद्द करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन शुरू किया। पटना में बड़ी संख्या में अभ्यर्थी बीपीएससी कार्यालय के बाहर इकट्ठा हुए। हालांकि, स्थिति तब बिगड़ गई जब प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की, जिससे यातायात बाधित हो गया। इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया।

पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने इस कार्रवाई को सही ठहराते हुए कहा कि "पुलिस को तब लाठीचार्ज करना पड़ा जब प्रदर्शनकारियों ने कानून-व्यवस्था को बाधित करने का प्रयास किया।"

राहुल गांधी का हमला

इस घटना पर कांग्रेस के नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा:
"मैंने संसद में कहा था कि जैसे एकलव्य का अंगूठा कटवाया गया था, उसी तरह पेपर लीक करवाकर युवाओं का भविष्य छीन लिया जा रहा है। इसका ताजा उदाहरण बिहार है।"
राहुल गांधी ने कहा कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और कांग्रेस उनके साथ खड़ी है।

प्रियंका गांधी का बयान

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इस घटना की निंदा की। उन्होंने इसे "क्रूरता की पराकाष्ठा" करार देते हुए कहा कि "बीजेपी राज में रोजगार मांगने वाले युवाओं को लाठियों से पीटा जाता है।" उन्होंने यह भी कहा कि यह सरकार युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने की बजाय अपनी कुर्सी बचाने पर केंद्रित है।

बीजेपी पर सवाल

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियां छात्रों की समस्याओं को हल करने में विफल रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार जैसे राज्यों में परीक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने में सरकार की नाकामी साफ झलकती है।

छात्रों का आक्रोश और मांग

छात्रों ने परीक्षा रद्द करने और इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। उनका कहना है कि "परीक्षा प्रणाली में सुधार के बिना युवाओं का भविष्य सुरक्षित नहीं हो सकता।"

निष्कर्ष

बीपीएससी प्रश्नपत्र लीक कांड सिर्फ एक परीक्षा से जुड़ा मुद्दा नहीं है, बल्कि यह युवाओं के भविष्य और प्रशासनिक पारदर्शिता का सवाल है। इस घटना ने न केवल सरकार की परीक्षा प्रणाली की खामियों को उजागर किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि युवा अपनी आवाज बुलंद करने के लिए तैयार हैं। अब यह देखना होगा कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है और छात्रों को न्याय कैसे दिलाया जाएगा।

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