Rahul Gandhi: राहुल गांधी ने नेशनल स्पोर्ट्स डे के मौके पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह जिउ-जित्सु मार्शल आर्ट्स का अभ्यास करते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो के जरिए उन्होंने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान, शाम को वे जिउ-जित्सु की प्रैक्टिस किया करते थे। उनका यह प्रयास केवल फिटनेस तक सीमित नहीं था, बल्कि यह एक सामुदायिक गतिविधि में बदल गया जिसमें यात्रा के दौरान मिले युवाओं को भी शामिल किया गया। अब राहुल गांधी ‘भारत डोजो यात्रा’ शुरू करने वाले हैं, जो एक नया मार्शल आर्ट्स प्रशिक्षण पहल हो सकती है। डोजो एक प्रशिक्षण हॉल है, और यह यात्रा संभवतः मार्शल आर्ट्स की बारीकियों को और अधिक लोगों तक पहुँचाने की दिशा में एक कदम हो सकती है।
राहुल गांधी ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान, जब हमने हजारों किलोमीटर की यात्रा की तो हमारे कैंपसाइट पर हमारा रूटीन था कि हम हर शाम जिउ-जित्सु की प्रैक्टिस करते थे, जो चीज फिट रहने के एक बहुत सिंपल तरीके साथ शुरू हुई वह तेजी से एक कम्युनिटी एक्टिविटी में बदल गई, जिसमें उन शहरों के साथी यात्रियों और युवा मार्शल आर्ट छात्रों को एक साथ लाया गया जहां हम रुके थे.
नेशनल स्पोर्ट्स डे
हमारा गोल इन युवाओं दिमागों को ‘जेंटल आर्ट’ की सुंदरता से परिचित कराना था. ध्यान, जिउ-जित्सु, ऐकिडो और अहिंसक संघर्ष समाधान तकनीकों का मेल था. हमारा उद्देश्य उनमें हिंसा को सज्जनता में बदलना था, उन्हें अधिक दयालु और सुरक्षित समाज बनाने के लिए टूल्स देना है. इस नेशनल स्पोर्ट्स डे के मौके पर मैं आप सभी के साथ अपना अनुभव साझा करना चाहता हूं, उम्मीद करता हूं कि आप में से कुछ को ‘जेंटल आर्ट’ की प्रैक्टिस करने के लिए इंस्पायर किया जा सके. इसके साथ आखिर में उन्होंने एक लाइन में लिखा, “भारत डोजो यात्रा जल्द ही आ रही है”
क्या है डोजो?
आखिरकार ये डोजो होता क्या है, जिसकी यात्रा शुरू करने की राहुल गांधी ने बात कही है. दरअसल डोजो एक मार्शल आर्ट के ट्रेनिंग हॉल या स्कूल को कहते हैं. राहुल गांधी शेयर किए गए वीडियो में भी बच्चों के साथ मार्शल आर्ट करते दिख रहे हैं. राहुल गांधाी का डोजो यात्रा शुरू होने वाली है कैप्शन में लिखने का मतलब विरोधियों को साथ सियासी मार्शल आर्ट करने से भी हो सकता है.
राहुल गांधी ने साल 2022 में भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की थी. उन्होंने करीब 150 दिन तक पैदल यात्रा की थी, जिसमें उनके साथ कई लोग जुड़े थे. उन्होंने कन्याकुमारी से कश्मीर तक और मणिपुर से गुजरात तक भारत जोड़ो यात्रा की. भले ही उन्हें इस यात्रा से विधानसभा चुनाव में उतना फायदा न मिला हो. लेकिन लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा का काफी फायदा हुआ था.