Rahul Gandhi News: अमेरिका में हाल ही में दिए गए बयान के बाद राहुल गांधी के खिलाफ सिख समाज में गहरा आक्रोश देखने को मिल रहा है। राहुल गांधी ने एक कार्यक्रम के दौरान भारत में धार्मिक स्वतंत्रता पर टिप्पणी की, जिसमें सिख धर्म का भी उल्लेख था। इस टिप्पणी पर सिख समुदाय ने न केवल अपनी नाराजगी जताई, बल्कि दिल्ली में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन भी किए। जनपथ रोड पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की, जो प्रदर्शन की तीव्रता को दर्शाता है।
इन प्रदर्शनों के बीच, दिल्ली बीजेपी के नेता और पूर्व विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने राहुल गांधी को खुली धमकी दी, जिसने राजनीति में नई हलचल मचा दी है। मारवाह का कहना था, “राहुल गांधी बाज आ जा नहीं तो आने वाले समय में तेरा भी वही हाल होगा जो तेरी दादी का होया।” यह बयान सीधे तौर पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या की ओर इशारा करता है, जिनकी हत्या 1984 में सिखों के खिलाफ हुए दंगों के संदर्भ में हुई थी।
कांग्रेस ने इस धमकी का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया और इसे बेहद गंभीर बताया है। कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी से इस मामले पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। पार्टी के प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी वीडियो को ट्वीट किया और पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को टैग करते हुए कहा कि यह धमकी अस्वीकार्य है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
राहुल गांधी की टिप्पणी पर सिख समाज की प्रतिक्रिया को लेकर उनकी टिप्पणी में उन्होंने स्पष्ट किया था कि भारत में धार्मिक स्वतंत्रता पर सवाल उठाने का उनका इरादा नहीं था, बल्कि उन्होंने एक सिख व्यक्ति की धार्मिक स्वतंत्रता की बात की थी। उन्होंने कहा था, "यह लड़ाई केवल सिखों के लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है। हमें यह समझना होगा कि लड़ाई किस बात को लेकर है।"
इस विवाद ने भारतीय राजनीति में नया मोड़ ला दिया है और यह प्रश्न उठाया है कि क्या सार्वजनिक टिप्पणियों और विवादों के बीच राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ेगी। कांग्रेस का इस मुद्दे पर सख्त रुख और बीजेपी नेता की धमकी के बीच स्थिति और भी जटिल हो गई है। इस तरह की धमकियों और सार्वजनिक बयानबाजी से न केवल राजनीतिक वातावरण में विषाक्तता बढ़ती है, बल्कि यह सामाजिक शांति को भी प्रभावित कर सकती है।
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
अमेरिका के वर्जीनिया में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने एक सिख का नाम पूछते हुए कहा था कि भारत में इस बात को लेकर लड़ाई के एक सिख के तौर पर पगड़ी पहनने की इजाजत दी जाएगी. क्या एक सिख गुरुद्वारे जा सकता है. सबसे पहले आपको यह समझना होगा की लड़ाई किस बात को लेकर है, लड़ाई राजनीति को लेकर नहीं सिर्फ सिखों के लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है.