Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में पिछले दिनों आयोजित सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों के मारे जाने के बाद घटनास्थल पर राजनीतिक दौरों का सिलसिला तेज होता जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कई मंत्रियों के घटनास्थल का दौरा करने के बाद कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी हाथरस जाने की योजना बना रहे हैं.
कांग्रेस के महासचिव वेणुगोपाल ने बताया कि राहुल गांधी हाथरस में प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगे और उनका दुख-दर्द जानेंगे. हाथरस में हुए हादसे पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने दुख जताते हुए कहा, “यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी. लोकसभा में विपक्ष के नेता (राहुल गांधी) हाथरस जाने की योजना बना रहे हैं. जल्द ही वह वहां जाएंगे और प्रभावित लोगों से बातचीत करेंगे.”
प्रियंका ने पूछा- घटना का जिम्मेदार कौन?
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी हाथरस की घटना पर दुख जताया और सवाल भी पूछा कि इस दुखद घटना का जिम्मेदार कौन है. प्रियंका ने हादसे पर कड़ी कार्रवाई की बात करते हुए कहा कि लीपापोती करने की जगह सरकार का दायित्व होता है कि कार्रवाई करे और ऐसे हादसों को रोकने की योजना तैयार करे, लेकिन ऐसा किया नहीं जा रहा है.
इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल बुधवार को सिकंदराराऊ में हुई भगदड़ की दर्दनाक घटना में साजिश की आशंका जाहिर करते हुए इसकी न्यायिक जांच कराने का ऐलान किया. सीएम योगी ने कहा कि मंगलवार को नारायण साकार विश्व हरि भोले बाबा के सत्संग के बाद भगदड़ में 121 लोगों की मौत के मामले की हाई कोर्ट के रिटायर जज की अगुवाई में न्यायिक जांच करायी जाएगी. सीएम ने कहा कि इसकी अधिसूचना जल्द जारी की जाएगी.
न्यायिक जांच आयोग का गठन
सीएम के ऐलान और राज्यपाल आनंदी पटेल के निर्देश पर राज्य सरकार ने हादसे की जांच के लिए कल ही 3 सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग गठित कर दी. जांच आयोग की अगुवाई इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस (रिटायर) ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव करेंगे. जबकि आयोग के 2 अन्य सदस्यों में भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी हेमंत राव और भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी भावेश कुमार सिंह शामिल हैं. इस आयोग को 2 महीने में अपनी जांच पूरी करनी होगी.
इससे पहले जिले के सिकंदराराऊ में पिछले मंगलवार को भोले बाबा के सत्संग कार्यक्रम में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी. हादसे के तुरंत बाद मुख्यमंत्री योगी ने 3 मंत्रियों की टीम और मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक को तत्काल हाथरस भेजा था. साथ ही घटना की जांच के लिए आगरा जोन की अपर पुलिस महानिदेशक और अलीगढ़ के मंडलायुक्त की समिति बनाते हुए 24 घंटे में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे.
अनुमति से तीन गुना ज्यादा भीड़, मौके पर प्रशासन नहीं, भीड़ मैनेजमेंट का इंतजाम नहीं, भीषण गर्मी से बचने का कोई उपाय नहीं, कोई मेडिकल टीम नहीं, घटना के बाद एंबुलेंस नहीं, मदद के लिए फोर्स नहीं, अस्पताल में डॉक्टर और सुविधाएं नहीं... लापरवाहियों की इतनी लंबी लिस्ट लेकिन किसी की…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 3, 2024