India-Maldives News: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू अपनी पहली राजकीय यात्रा पर आज नई दिल्ली पहुंच गए हैं। उनके साथ उनकी पत्नी, मालदीव की प्रथम महिला साजिदा मोहम्मद भी भारत आई हैं। मुइज्जू और उनके प्रतिनिधिमंडल का विमान थोड़ी देर पहले दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरा। इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति मुइज्जू भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। 6 से 10 अक्टूबर तक की यह यात्रा दोनों देशों के संबंधों के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
बदले हुए तेवर और नई दिशा
मोहम्मद मुइज्जू, जिन्होंने सत्ता में आने के बाद भारत के प्रति तल्ख रवैया अपनाया था, अब अपने तेवरों में नरमी लाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे हैं। मुइज्जू पर चीन के प्रति झुकाव का आरोप लगता रहा है, और उनके भारत विरोधी रुख ने मालदीव की राजनीति में हलचल मचा दी थी। लेकिन अब, उनकी यह यात्रा यह संकेत दे रही है कि मालदीव भारत के साथ अपने संबंधों को फिर से मजबूत करने की दिशा में बढ़ रहा है।
भारत-मालदीव के विशेष संबंध
मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का प्रमुख समुद्री पड़ोसी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'सागर' (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) और 'पड़ोसी प्रथम' नीति में मालदीव का विशेष स्थान है। इन नीतियों के तहत भारत और मालदीव के बीच संबंधों को सुदृढ़ करने की दिशा में यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। मालदीव में चीन की बढ़ती उपस्थिति के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि मुइज्जू की इस यात्रा से दोनों देशों के बीच रणनीतिक और आर्थिक सहयोग कैसे आगे बढ़ेगा।
मुइज्जू का यात्रा कार्यक्रम
मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू की यह यात्रा 6 से 10 अक्टूबर तक चलेगी। नई दिल्ली में, मुइज्जू राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ महत्वपूर्ण बैठकें करेंगे। इन बैठकों में भारत-मालदीव के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी। भारत की 'पड़ोसी प्रथम नीति' के तहत मालदीव की सुरक्षा और विकास में सहयोग को प्राथमिकता दी जाएगी।
इसके बाद, मुइज्जू मुंबई और बेंगलुरु की यात्रा पर भी जाएंगे, जहां वे विभिन्न व्यावसायिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे। यह दौरा दोनों देशों के बीच व्यापारिक और आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से हो रहा है।
भारत के साथ संबंधों की मजबूती
मुइज्जू की यह यात्रा इस बात का संकेत है कि मालदीव अपनी विदेश नीति में संतुलन बनाने की कोशिश कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर की मालदीव यात्रा और द्विपक्षीय वार्ताओं के बाद, अब मुइज्जू की यह यात्रा दोनों देशों के संबंधों को एक नई ऊंचाई पर ले जाने की दिशा में मानी जा रही है।
इस यात्रा से न केवल द्विपक्षीय सहयोग को गति मिलेगी, बल्कि भारत और मालदीव के लोगों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक रिश्ते भी और मजबूत होंगे।