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Parliament Session:PM मोदी लोकसभा में विपक्ष पर जमकर बरसे, पढ़ें भाषण की 10 बड़ी बातें

Parliament Session: लोकसभा में पीएम मोदी ने जोरदार भाषण दिया और विपक्ष पर करारा हमला बोला। पीएम ने गांधी परिवार को भी आड़े हाथों लिया और नेहरू तक पर निशाना साधा

Parliament Session: लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और अपनी सरकार की उपलब्धियों को बड़े आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुत किया। उनके धारदार तर्कों और स्पष्ट विचारों ने सदन का माहौल गर्मा दिया। बीजेपी सांसदों ने तालियों और डेस्क थपथपाकर प्रधानमंत्री के भाषण का समर्थन किया, जबकि विपक्ष को जवाबी हमलों का सामना करना पड़ा।

देश की तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत देश की आर्थिक प्रगति से की। उन्होंने कहा, "भारत आज तेज़ी से विकास कर रहा है। बहुत जल्द हम विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। आज़ादी की शताब्दी तक हमारा देश विकसित राष्ट्र के रूप में खड़ा होगा। यह सपना हम सभी देशवासियों का है।"

भारत: लोकतंत्र की जननी

पीएम मोदी ने भारत के प्राचीन लोकतांत्रिक इतिहास का उल्लेख करते हुए कहा कि संविधान निर्माता इस बात को लेकर सजग थे कि भारत का लोकतंत्र 1950 से शुरू नहीं हुआ, बल्कि यह हजारों वर्षों की यात्रा का परिणाम है। उन्होंने गर्व के साथ कहा, "हम लोकतंत्र की जननी हैं। यही वजह है कि आज भारत को 'मदर ऑफ डेमोक्रेसी' के रूप में जाना जाता है।"

नारी शक्ति को समर्पित सरकार

प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की महिला-केंद्रित नीतियों पर जोर देते हुए कहा, "हमने महिला सशक्तिकरण के लिए कई ऐतिहासिक कदम उठाए। नारी शक्ति वंदन अधिनियम पास कर हमने महिला भागीदारी सुनिश्चित की। आज हर योजना के केंद्र में महिलाएं हैं। यह हमारे संविधान की शक्ति का प्रतीक है कि देश के राष्ट्रपति के पद पर एक आदिवासी महिला विराजमान हैं।"

संविधान के खिलाफ कांग्रेस की गलतियां

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा, "देश की स्वतंत्रता के बाद संविधान निर्माताओं ने एकता पर बल दिया, लेकिन कुछ लोगों ने देश में विविधता को विरोधाभास बना दिया। कांग्रेस ने संविधान के मूल भाव को बार-बार चोट पहुंचाई। इमरजेंसी के दौरान देश को जेलखाना बना दिया गया और प्रेस की स्वतंत्रता पर ताले लगा दिए गए। यह कांग्रेस के माथे पर ऐसा पाप है, जो कभी नहीं धुलेगा।"

धारा 370 और एकता के प्रतीक सुधार

प्रधानमंत्री ने धारा 370 के हटाए जाने को ऐतिहासिक उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा, "धारा 370 देश की एकता में दीवार बनी हुई थी। इसे हटाकर हमने देश की अखंडता को मजबूत किया। वन नेशन, वन टैक्स (जीएसटी), वन नेशन, वन राशन कार्ड, और वन नेशन, वन हेल्थ कार्ड जैसी नीतियां भी इसी दिशा में हमारे प्रयास हैं।"

संविधान संशोधन और आरक्षण

पीएम मोदी ने बताया कि उनकी सरकार ने संविधान में संशोधन कर 10% आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए आरक्षण का प्रावधान किया। इसके अलावा, महिलाओं के लिए विशेष प्रावधान कर संविधान को और अधिक सशक्त बनाया गया। उन्होंने जोर देकर कहा, "हमने धारा 370 को हटाया और सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे वैध ठहराया। ये हमारे संविधान की जीत है।"

कांग्रेस पर तीखा प्रहार

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, "कांग्रेस के नेताओं को 'जुमला' शब्द बहुत पसंद है, लेकिन इतिहास गवाह है कि कांग्रेस ने ही लोकतंत्र का गला घोंटा है। 1971 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने के लिए संविधान संशोधन किया गया और अदालत की स्वतंत्रता पर प्रहार किया गया। यह दर्शाता है कि कांग्रेस ने बार-बार लोकतंत्र और संविधान को कमजोर किया।"

संविधान की शक्ति का उदाहरण

अपने भाषण के अंत में पीएम मोदी ने कहा, "यह संविधान की शक्ति है कि मैं, एक साधारण परिवार का सदस्य, यहां तक पहुंच पाया। देश की जनता ने हमें तीन बार स्नेह दिया, जो हमारे लोकतंत्र और संविधान के कारण संभव हो पाया। कांग्रेस के एक परिवार ने हमेशा संविधान को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन देश की जनता ने संविधान के साथ मजबूती से खड़ा रहकर इसे हर बार बचाया।"

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह भाषण न केवल उनकी सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित करता है, बल्कि विपक्ष को कड़ी चुनौती भी देता है। उन्होंने लोकतंत्र, विकास, और महिला सशक्तिकरण जैसे विषयों पर जोर देते हुए भारत की प्रगति को दर्शाया और विपक्ष की कमियों को उजागर किया। यह भाषण सरकार की दिशा और दृष्टि का सशक्त प्रमाण है।

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