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PM Modi US Visit:टेक कंपनियों के सीईओ संग पीएम मोदी ने की राउंड टेबल मीटिंग, सुंदर पिचई भी मौजूद

PM Modi US Visit: मीटिंग में गूगल के सीईओ पिचई, एडोब के सीईओ शांतनु नारायण, एक्सेंचर के सीईओ जूली स्वीट और NVIDIA के सीईओ जेन्सेन हुआंग सहित शीर्ष अमेरिकी टेक

PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान अमेरिकी टेक कंपनियों के सीईओ के साथ एक महत्वपूर्ण गोलमेज बैठक में हिस्सा लिया। यह बैठक न्यूयॉर्क के लोटे न्यूयॉर्क पैलेस होटल में आयोजित हुई, जहां मोदी ने भारत की विकास संभावनाओं पर जोर दिया और द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा की। इस बैठक में एआई, क्वांटम कंप्यूटिंग, और सेमीकंडक्टर जैसी अत्याधुनिक तकनीकों पर काम करने वाली 15 प्रमुख अमेरिकी टेक फर्मों के सीईओ शामिल हुए। इस मीटिंग को भारत-अमेरिका संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।

भारत के प्रति बढ़ते भरोसे पर मोदी का जोर

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म "एक्स" पर इस बैठक के बारे में पोस्ट करते हुए इसे "फलदायी" बताया और कहा कि इसमें टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और अन्य संबंधित क्षेत्रों पर विस्तार से चर्चा हुई। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत में हो रहे तकनीकी विकास और प्रगति को लेकर अमेरिकी टेक कंपनियों के बीच अपार आशावाद है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका और भारत के बीच प्रौद्योगिकी सहयोग को बढ़ावा देने और महत्वपूर्ण व उभरती प्रौद्योगिकियों पर जोर दिया। उन्होंने आईसीईटी (Initative on Critical and Emerging Technologies) जैसी पहलों को भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया।

प्रमुख अमेरिकी टेक कंपनियों की भागीदारी

इस सम्मेलन में गूगल के सीईओ सुंदर पिचई, एडोब के सीईओ शांतनु नारायण, एक्सेंचर की सीईओ जूली स्वीट, और NVIDIA के सीईओ जेन्सेन हुआंग जैसी प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया। इन शीर्ष अमेरिकी कंपनियों ने भारत को एक प्रमुख प्रौद्योगिकी केंद्र के रूप में मान्यता दी और देश की नवाचार-अनुकूल नीतियों और व्यापार के बढ़ते अवसरों की सराहना की। सम्मेलन में अन्य प्रमुख सीईओ में AMD की लिसा सु, HP के एनरिक लोरेस, IBM के अरविंद कृष्णा, मॉडर्ना के डॉ. नूबर अफयान, और वेरिजॉन के हैंस वेस्टबर्ग भी शामिल थे।

सेमीकंडक्ट विनिर्माण और जैव प्रौद्योगिकी पर चर्चा

प्रधानमंत्री मोदी ने इस बैठक में भारत को सेमीकंडक्ट विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बनाने की प्रतिबद्धता जताई। इसके अलावा, उन्होंने देश को जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी एक महाशक्ति के रूप में विकसित करने की दिशा में उठाए गए कदमों पर चर्चा की। उन्होंने BIO E3 (पर्यावरण, अर्थव्यवस्था और रोजगार के लिए जैव प्रौद्योगिकी) नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत इन क्षेत्रों में बड़े अवसरों का सृजन कर रहा है। इसके साथ ही, एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के नैतिक और जिम्मेदार उपयोग को बढ़ावा देने की नीति पर भी बात की गई।

भारत की नवाचार-अनुकूल नीतियों की सराहना

बैठक के दौरान, अमेरिकी टेक कंपनियों के सीईओ ने भारत के साथ निवेश और सहयोग के लिए गहरी रुचि दिखाई। उन्होंने भारत की टेक्नोलॉजी और स्टार्टअप संस्कृति की सराहना की और इसे नवाचार और विकास के लिए एक सहक्रियात्मक अवसर के रूप में देखा। इस बातचीत के माध्यम से, यह स्पष्ट हुआ कि भारत-अमेरिका साझेदारी प्रौद्योगिकी और इनोवेशन के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रही है।

भारतीय प्रवासियों को संबोधन

इस गोलमेज बैठक से पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड स्थित नासाउ वेटरन्स कोलिजियम में भारतीय प्रवासियों को संबोधित किया। इस आयोजन में भारी संख्या में भारतीय प्रवासी शामिल हुए, जहां पीएम मोदी ने भारत की प्रगति और वैश्विक मंच पर देश की बढ़ती भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के दौरान विश्व नेताओं के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें कीं।

क्वाड शिखर सम्मेलन में भागीदारी

प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा आयोजित क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में भी भाग लिया। यह बैठक डेलावेयर के विलमिंगटन में आयोजित की गई, जहां जापान, ऑस्ट्रेलिया, और अमेरिका के साथ मिलकर भारत ने क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा की।

प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा को भारत और अमेरिका के बीच प्रौद्योगिकी और व्यापार संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।

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