Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन इस बार पाकिस्तान में किया जाना है। इसके लिए भारतीय टीम का वहां ट्रेवल करना अभी तक तो काफी मुश्किल नजर आ रहा है। बीसीसीआई और पीसीबी के बीच इसे लेकर अभी तक कोई भी बात नहीं हुई है। टीम इंडिया ने आखिरी बार साल 2008 में पाकिस्तान का दौरा किया था। इसके बाद से दोनों देशों के बीच चल रहे राजनीतिक तनाव के कारण भारत ने एक भी बार पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है। पीसीबी ने भारत को पाकिस्तान में क्रिकेट खेलने को लेकर कई बार प्रयास किया, लेकिन भारत ने एक भी बार अपने रुख को नहीं बदला। साल 2023 में खेले गए एशिया कप के दौरान भी टीम इंडिया ने अपने सभी मुकाबले श्रीलंका में खेले थे। इसी बीच पाकिस्तान के एक ऑलराउंडर ने भारतीय टीम से रिक्वेस्ट की है कि वह चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान आए।
पाकिस्तानी क्रिकेटर का रिक्वेस्ट
पाकिस्तान के अनुभवी ऑलराउंडर शोएब मलिक ने भारतीय क्रिकेट टीम को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भाग लेने का निमंत्रण दिया है। मलिक का मानना है कि राजनीति को खेलों से अलग रखना चाहिए और उन्होंने इसी मुद्दे पर जोर देते हुए सुझाव दिया कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी द्विपक्षीय मुद्दे को उनके क्रिकेट संबंधी कार्यक्रमों से अलग तरीके से सुलझाया जाना चाहिए।
क्या बोले मलिक
मलिक ने क्रिकेट पाकिस्तान से कहा कि दोनों देशों के बीच जो भी मतभेद हैं, वह एक अलग मुद्दा है और इसे अलग-अलग हल किया जाना चाहिए। खेलों में राजनीति नहीं आनी चाहिए। पिछले साल पाकिस्तान की टीम भारत गई थी और अब भारतीय टीम के लिए भी यह एक अच्छा मौका है। मुझे लगता है कि भारतीय टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने पाकिस्तान में नहीं खेला है, इसलिए यह उनके लिए बहुत अच्छा होगा। हम बहुत अच्छे लोग हैं। हम बहुत मेहमाननवाज लोग हैं, इसलिए मुझे यकीन है कि भारतीय टीम को जरूर आना चाहिए।
क्या पाकिस्तान का दौरा करेगी टीम इंडिया
चैंपियंस ट्रॉफी शुरू होने पहले खबरें हैं कि भारतीय क्रिकेट टीम टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान का दौरा करने को लेकर सहमत नहीं है। जिसके पीछे का कारण पिछले कुछ सालों में दोनों देशों के बीच तनाव भरा रिश्ता रहा है। माना जा रहा है कि बीसीसीआई चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान अपने मैचों को श्रीलंका या दुबई में रिशेड्यूल करने की मांग कर सकता है। भारत ने भले ही पाकिस्तान के लिए लंबे समय से कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है, लेकिन आईसीसी टूर्नामेंट और एशिया कप में दोनों देश लगातार खेलते रहे हैं। ऐसे में अब आईसीसी के ऊपर भी एक बड़ी जिम्मेदारी होगी कि दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव के बाद भी कैसे इस टूर्नामेंट का आयोजन किया जाएगा।