IND vs AUS: टीम इंडिया के लिए हालिया समय चुनौतीपूर्ण रहा है। रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर के बीच विवाद ने टीम के माहौल को बिगाड़ दिया था। इन विवादों का असर सिडनी टेस्ट की पहली पारी में देखने को मिला, जहां भारतीय टीम महज 185 रनों पर सिमट गई। हालांकि, मुकाबले के पहले दिन के अंत में जसप्रीत बुमराह ने अपनी आक्रामकता से दिखा दिया कि भारतीय टीम पलटवार करने के लिए तैयार है।
सिडनी में पर्थ जैसा हाल दोहरा सकती है टीम इंडिया?
सिडनी टेस्ट से पहले भारतीय टीम बैकफुट पर थी। पहली पारी में 185 रन पर आउट होने के बाद टीम की स्थिति कमजोर लग रही थी। लेकिन ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी के दौरान जसप्रीत बुमराह ने मुकाबले का रुख बदल दिया। भारतीय कप्तान बुमराह पहले ही अंपायरिंग फैसलों से नाराज थे। इस बीच ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने समय बर्बाद करने की कोशिश की ताकि उन्हें बुमराह का सामना न करना पड़े।
ख्वाजा की इस हरकत पर बुमराह ने कड़ा रुख अपनाया। दिन के अंतिम ओवर में उन्होंने ख्वाजा को छठी बार आउट कर दिया। इसके बाद भारतीय टीम का हर खिलाड़ी आक्रामक मुद्रा में नजर आया। बुमराह का गुस्से से भरा अंदाज देखकर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज सैम कॉन्स्टस भी सहम गए।
टीम इंडिया की नई ऊर्जा
पहले दिन की घटना के बाद अचानक पूरी भारतीय टीम एकजुट और आत्मविश्वास से भरी दिखने लगी। बुमराह की आक्रामकता ने टीम को नई ऊर्जा दी है। उनके नेतृत्व में भारतीय टीम पर्थ टेस्ट की तरह सिडनी में भी कंगारू टीम को सबक सिखाने की तैयारी में है। पर्थ टेस्ट में बुमराह ने 8 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई टीम को 295 रनों से हराया था।
ऑस्ट्रेलियाई कमेंटेटर्स ने भी माना है कि बुमराह की गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डरे हुए हैं। उन्होंने अपनी टीम को भारतीय तेज गेंदबाज से सावधान रहने की सलाह दी है।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में बुमराह का जलवा
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के इस सीजन में जसप्रीत बुमराह ने शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने अब तक 5 मैचों में 31 विकेट लिए हैं और इस सीरीज के सबसे सफल गेंदबाज हैं। उनकी सटीक गेंदबाजी और आक्रामक रुख के सामने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज कमजोर नजर आ रहे हैं।
सिडनी टेस्ट के पहले दिन बुमराह और अंपायरिंग विवाद के बीच हुए ड्रामे ने मुकाबले की गर्मी बढ़ा दी है। इस घटना के बाद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बुमराह का सामना करने से बचते दिखे।
क्या सिडनी में फिर दिखेगा बुमराह का जलवा?
ऑस्ट्रेलिया की टीम पहले दिन के अंत तक 1 विकेट के नुकसान पर 9 रन बना पाई और भारत से 176 रन पीछे है। अगर जसप्रीत बुमराह ने सिडनी में वही प्रदर्शन दोहराया जो उन्होंने पर्थ में किया था, तो ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए मुकाबला बचाना मुश्किल हो जाएगा।
निष्कर्ष
जसप्रीत बुमराह की आक्रामकता और भारतीय टीम की नई ऊर्जा ने सिडनी टेस्ट को रोमांचक बना दिया है। पहले दिन की घटनाओं ने यह साफ कर दिया कि भारतीय टीम हार मानने के मूड में नहीं है। बुमराह का खौफ ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर हावी हो चुका है। अगर भारतीय टीम ने पर्थ की तरह सिडनी में भी पलटवार किया, तो सीरीज में भारत की पकड़ और मजबूत हो जाएगी।