IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे मुकाबले में टीम इंडिया शानदार वापसी करने की कोशिश में है। हालांकि, बारिश के कारण खेल रोक दिया गया है, लेकिन भारतीय टीम की स्थिति मजबूत दिखाई दे रही है। भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में 9 विकेट के नुकसान पर 358 रन बना लिए हैं और ऑस्ट्रेलिया से अभी भी 116 रन पीछे है। नीतीश रेड्डी और मोहम्मद सिराज क्रीज पर मौजूद हैं, और दोनों ने अपने टेस्ट करियर का पहला शतक पूरा किया है।
इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों को बड़े नामों की तरह प्रदर्शन करना पड़ा है, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहली पारी में 474 रन बनाए थे। भारतीय टीम जब 164/5 के स्कोर से खेल शुरू करने उतरी थी, तब उन्हें जल्द ही रन बनाने की आवश्यकता थी। ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा क्रीज पर थे, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने लगातार दबाव बनाया। इसके बाद नीतीश रेड्डी ने अपनी जिम्मेदारी निभाई और भारतीय टीम को एक मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
नीतीश रेड्डी का ऐतिहासिक शतक
नीतीश रेड्डी ने मेलबर्न टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करते हुए शतक जड़ा, जो न केवल उनके करियर का महत्वपूर्ण मोड़ था, बल्कि भारत के इतिहास में भी एक अहम क्षण बन गया। उन्होंने 171 गेंदों में 100 रन पूरे किए और इस शतकीय पारी के साथ एक बड़ा रिकॉर्ड भी तोड़ा। रेड्डी ने ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर नंबर 8 या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बनने का गौरव हासिल किया। इसके साथ ही, वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नंबर-8 पर शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने। रिद्धिमान साहा ने भी यह कारनामा पहले किया था, लेकिन उन्होंने भारत में यह शतक बनाया था।
नीतीश रेड्डी का रिकॉर्ड-ब्रेकिंग शतक
नीतीश कुमार रेड्डी ने इस शतक के साथ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में शतक लगाने वाले सबसे युवा भारतीय बल्लेबाज बनने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। उन्होंने यह उपलब्धि 21 साल 216 दिन की उम्र में हासिल की, जो इस टूर्नामेंट में किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा की गई सबसे कम उम्र में शतक की पारी है। इसके अलावा, नीतीश रेड्डी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में शतक जड़ने वाले दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी भी बन गए हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड कार्ल हूपर के नाम था, जिन्होंने 21 साल 11 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी।
भारत की स्थिति और अगले कदम
इस मुकाबले में टीम इंडिया की स्थिति मजबूत हो सकती है अगर नीतीश और सिराज क्रीज पर टिके रहते हैं। भारतीय टीम की कोशिश होगी कि वे पूरी पारी खत्म करें और ऑस्ट्रेलिया के स्कोर के करीब पहुंचने की कोशिश करें। बारिश के कारण खेल में कुछ रुकावटें आई हैं, लेकिन जैसे-जैसे मौसम साफ होता है, भारत के बल्लेबाजों को फिर से मौका मिलेगा। इस मैच में नीतीश रेड्डी का शतक भारतीय टीम के लिए एक प्रेरणा बन सकता है, और उनकी पारी ने टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ संघर्ष करने के लिए मजबूती दी है।
इस बार के बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हर मैच रोमांचक रहा है, और अब भारतीय टीम को यह उम्मीद होगी कि वे इस चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखें और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी वापसी पूरी करें।