Jharkhand Election: झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर NDA ने अपनी रणनीतिक तैयारियों को तेज कर दिया है। सहयोगी दलों के साथ सीटों के बंटवारे में कोई पेच न फंसे, इसके लिए बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। AJSU पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की, जिसमें माना जा रहा है कि सीट शेयरिंग पर अहम चर्चा हुई। इससे पहले सुदेश महतो की असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा से भी बैठक हो चुकी है, जो झारखंड चुनाव में भाजपा के सह प्रभारी हैं।
बीजेपी, जदयू और AJSU मिलकर लड़ेंगे चुनाव
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने इस बात की पुष्टि की है कि झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा अपने सहयोगी दल AJSU और जदयू के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। शनिवार को शर्मा ने एनडीए गठबंधन में शामिल दलों के नाम की घोषणा करते हुए कहा कि सीट बंटवारे को लेकर बातचीत अंतिम चरण में है। एनडीए गठबंधन के तहत यह चुनाव भाजपा के लिए महत्वपूर्ण होने वाला है, और पार्टी ने अपने सहयोगियों के साथ बेहतर तालमेल बनाकर चुनावी तैयारियों को गति दी है।
बीजेपी का घोषणापत्र 3 अक्टूबर से
हिमंता बिस्वा शर्मा ने बताया कि झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा 3 अक्टूबर से अपने घोषणापत्र के मुख्य बिंदुओं को जारी करना शुरू करेगी। राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव इस वर्ष के अंत में होने हैं और संभावना है कि चुनाव की तारीखों की घोषणा अगले महीने की जाएगी। शर्मा ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 अक्टूबर को हजारीबाग में भाजपा की ‘परिवर्तन यात्रा’ के समापन समारोह को संबोधित करेंगे।
‘परिवर्तन यात्रा’ और बीजेपी की रणनीति
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने झारखंड में भाजपा की ‘परिवर्तन यात्रा’ का शुभारंभ किया था, जिसका उद्देश्य राज्य के 24 जिलों में 81 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करना है। इस यात्रा के माध्यम से भाजपा ने 5,400 किलोमीटर की दूरी तय करने का लक्ष्य रखा है। यात्रा का समापन 2 अक्टूबर को होगा, जहां प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति चुनावी अभियान को नई ऊर्जा देगी।
घुसपैठियों पर कड़ा रुख
हिमंता बिस्वा शर्मा ने राज्य में झामुमो नीत गठबंधन सरकार पर घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा अगर सत्ता में आती है तो राज्य से घुसपैठियों को बाहर निकाला जाएगा। यह बयान भाजपा की चुनावी रणनीति का एक प्रमुख हिस्सा है, जहां पार्टी राज्य में सुरक्षा और विकास के मुद्दों को प्रमुखता से उठा रही है।
सीट बंटवारे पर चर्चा
सुदेश महतो और अमित शाह के बीच हुई बैठक को सीट शेयरिंग के अंतिम समझौते के रूप में देखा जा रहा है। AJSU पार्टी झारखंड में एक महत्वपूर्ण सहयोगी है और भाजपा के साथ उसके मजबूत संबंध आगामी चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। दोनों दलों के बीच यह सहमति बन रही है कि राज्य की प्रमुख सीटों पर साझा उम्मीदवार उतारे जाएंगे ताकि विपक्षी गठबंधन को कड़ी चुनौती दी जा सके।
एनडीए की चुनावी ताकत
झारखंड में एनडीए गठबंधन की चुनावी तैयारियों को तेजी से अमल में लाया जा रहा है। भाजपा ने जदयू और AJSU के साथ मिलकर चुनावी समीकरणों को मजबूत किया है, जिससे राज्य की राजनीतिक स्थिति पर गहरा असर पड़ेगा। एनडीए की ओर से जारी की गई यह तैयारियां यह साबित करती हैं कि चुनाव के लिए उनके एजेंडे में विकास, सुरक्षा और क्षेत्रीय असंतुलनों को प्रमुखता दी गई है।
आगामी विधानसभा चुनावों में एनडीए का फोकस गठबंधन के सहयोगियों के साथ बेहतर तालमेल पर है, जिससे झारखंड में सत्ता परिवर्तन के लक्ष्य को हासिल किया जा सके।