म्यांमार में भूकंप: भारत समेत कई देशों में झटके, तबाही के दृश्य
म्यांमार में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.7 मापी गई। इस भूकंप का प्रभाव इतना व्यापक था कि भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के साथ-साथ राजधानी दिल्ली तक झटके महसूस किए गए। मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, असम और नागालैंड में भूकंप के झटके काफी तीव्र थे, हालांकि अब तक किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
🌍 बैंकॉक में भी भूकंप के झटके
भूकंप का असर थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक तक भी देखने को मिला, जहां 6.2 की तीव्रता के झटके दर्ज किए गए। म्यांमार में पहला झटका सुबह 11:52 बजे और दूसरा 12:02 बजे आया। लगातार दो बार झटके महसूस होने से लोग घबरा गए और इमारतों से बाहर निकल आए।
जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियो साइंसेज के अनुसार, भूकंप का केंद्र म्यांमार में पृथ्वी की सतह से 10 किलोमीटर की गहराई पर था, जिससे इसकी तीव्रता और प्रभाव बढ़ गया।
💥 भूकंप की तबाही के 3 बड़े दृश्य
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म्यांमार में पुल ध्वस्त:
म्यांमार के सागाइंग टाउनशिप में एक पुल भूकंप के झटके नहीं झेल सका और टूटकर गिर गया। पुल के ध्वस्त होने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया, जिससे राहत कार्य में बाधा आ रही है। -
बैंकॉक में इमारतें ढही:
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के चटुचक इलाके में एक 12 मंजिला निर्माणाधीन इमारत धराशायी हो गई। इमारत गिरने से 43 मजदूर लापता हो गए, जिनमें से अधिकांश के मलबे में दबे होने की आशंका है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में इमारत के गिरने के बाद लोगों को घबराकर भागते हुए देखा गया। -
बैंकॉक की रूफटॉप बिल्डिंग में अफरातफरी:
भूकंप के कारण बैंकॉक में एक ऊंची इमारत के रूफटॉप पूल का पानी नीचे गिरने लगा, जिससे पूरे भवन में अफरातफरी मच गई। पानी के गिरने से इमारत का बेसमेंट पूरी तरह डूब गया, जिससे भारी क्षति हुई।
🔎 भूकंप का कारण और केंद्र
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र म्यांमार के सागाइंग क्षेत्र में था। यहां जमीन के 10 किलोमीटर नीचे स्थित दो टेक्टोनिक प्लेटों में टकराव के कारण भूकंप आया।
विशेषज्ञों का कहना है कि शक्तिशाली भूकंप से पहले हल्के झटके भी महसूस किए गए थे, जो मुख्य भूकंप के आने का संकेत था।
🛑 प्रभावित क्षेत्र और जनसंख्या
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बैंकॉक: लगभग 1.7 करोड़ लोग इस भूकंप की चपेट में आए।
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म्यांमार: भूकंप के केंद्र वाले क्षेत्र में करीब 20 लाख लोग रहते हैं, जिनमें कई गांव और छोटे कस्बे शामिल हैं।
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भारत: पूर्वोत्तर राज्यों में हल्के झटके महसूस हुए, लेकिन किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है।
🌐 भूकंप का असर और आगे की स्थिति
म्यांमार और बैंकॉक में राहत और बचाव कार्य जारी है। मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए विशेष टीमों को तैनात किया गया है। भूकंप के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है और संचार सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 24-48 घंटे तक आफ्टरशॉक्स (आनुवर्ती झटके) आने की संभावना है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।