West Bengal News: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी के द्वारा आहूत बंगाल बंद पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बीजेपी को अहंकारी और भ्रष्टाचारी बताते हुए आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियों को यूपी और राजस्थान जैसे बीजेपी शासित राज्यों में नहीं भेजा गया, जबकि बंगाल में लगातार हस्तक्षेप हो रहा है।
ममता ने पीड़ित परिवार की पूरी मांगें मानने की बात की और आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने का वादा किया। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी और उनके भविष्य को लेकर चिंता जताई। ममता ने बलात्कार रोकने के लिए फांसी की सजा को अनिवार्य बताया और आरोप लगाया कि सीबीआई ने 16 दिनों में कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
ममता ने कहा कि अगले हफ्ते विधानसभा सत्र बुलाकर बलात्कारियों के लिए मृत्युदंड सुनिश्चित करने के लिए विधेयक पारित किया जाएगा। यदि राज्यपाल इसे पारित नहीं करते हैं, तो धरना देने की धमकी दी।
उन्होंने बीजेपी पर बंगाल को बदनाम करने और हिंसा फैलाने का आरोप लगाया। ममता ने पीएम मोदी को चुनाव में हराने की चुनौती दी और कहा कि बीजेपी साइबर अपराधों के माध्यम से सामाजिक अशांति पैदा कर रही है। बंगाल में बीजेपी द्वारा आहूत बंद को लेकर कलकत्ता उच्च न्यायालय ने याचिका खारिज कर दी, जबकि महाराष्ट्र में इसी तरह के बंद पर रोक लगाई गई थी।
पीड़ित के परिवार की पूरी मांगे मानेंगे
ममता बनर्जी ने कहा कि पीड़ित परिवार की सभी मांगे पूरी करेंगे। पीड़िता को न्याय मिलना चाहिए। आरोपियों को फांसी की सजा हो। मैं डॉक्टरों के खिलाफ एक्शन नहीं लेना चाहती। सभी डॉक्टर काम पर लौट जाएं। मैं डॉक्टरों के हक में फैसला लेना चाहती हूं। मैं डॉक्टरों का भविष्य खराब नहीं करना चाहती।
रेप के आरोपियों को फांसी की सजा हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि रेप रोकने के लिए फांसी की सजा जरुरी है। शनिवार को टीएमसी की महिलाएं फांसी की मांग करेंगी। अगर हमारे हाथ में केस होता तो हम सात दिन में आरोपी को फांसी की सजा दिलवाती। 16 दिन से यह केस सीबीआई के पास है लेकिन एजेंसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। मैं बदला नहीं लूंगी। मैं बंगाल को बदलूंगी। बंगाल में बाहरी लोग आकर हिंसा कर रहे हैं।
रेप के आरोपियों को फांसी देने के लिए सरकार बनाएगी कानून
ममता बनर्जी ने कहा कि अगले हफ़्ते हम विधानसभा सत्र बुलाएंगे और बलात्कारियों के लिए मृत्युदंड सुनिश्चित करने के लिए 10 दिनों के भीतर एक विधेयक पारित करेंगे। हम इस विधेयक को राज्यपाल के पास भेजेंगे। अगर वह इसे पारित नहीं करते हैं, तो हम राजभवन के बाहर धरना देंगे। यह विधेयक पारित होना ही चाहिए और वह इस बार जवाबदेही से बच नहीं सकते।
ममता ने मणिपुर, यूपी और महाराष्ट्र की घटनाओं का किया जिक्र
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा, "हमने आज का दिन आरजी कर डॉक्टर को समर्पित किया है। हम न्याय चाहते हैं लेकिन बीजेपी ने आज बंद का आह्वान किया है। वे न्याय नहीं चाहते हैं। वे केवल बंगाल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। बनर्जी ने कहा कि हम इस बंद का समर्थन नहीं करते। भाजपा ने कभी भी महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और यहां तक कि मणिपुर के मुख्यमंत्रियों के इस्तीफे की मांग नहीं की। हमने कल (नबान्ना अभियान रैली) की तस्वीरें देखीं, मैं स्थिति को अच्छी तरह से संभालने के लिए पुलिस को सलाम करती हूं।
बीजेपी और मोदी सरकार की दो चेतावनी
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि बीजेपी के सीनियर नेताओं के इशारे पर बंगाल में बवाल करवाया जा रहा है। पीएम मोदी को चेतावनी देते हुए कहा कि "अगर हिम्मत है तो चुनाव में हराकर दिखाओ। बीजेपी के लोग अपने लोगों से आग लगवा रहे हैं। मैंने पहले भी ऐसे हालात का सामना किया है, मैं बंदूक के आगे खड़ी होकर लड़ीं हूं।
बीजेपी पर लगाया ये आरोप
सीएम ने आरोप लगाया कि भाजपा एआई का उपयोग कर बड़े पैमाने पर साइबर अपराध कर रही है जिससे सामाजिक अशांति पैदा हो रही है। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने भाजपा द्वारा आहूत ‘बंगाल बंद’ के खिलाफ याचिका खारिज की, याचिकाकर्ता को जनहित याचिका दायर करने से रोका गया। जबकि महाराष्ट्र बंद पर वहां के हाई कोर्ट ने रोक लगा दी।