India-Maldives News:मालदीव का आखिर उतर गया बुखार, मुइज्जू ने भारत से फिर पर्यटन शुरू करने की लगाई गुहार

09:15 PM Oct 25, 2024 | zoomnews.in

India-Maldives News: चीन के प्रभाव में आकर भारत से टकराव लेने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू का जोश अब ठंडा पड़ चुका है। भारतीय पर्यटकों की बढ़ती संख्या में कमी के बाद, मुइज्जू को अपनी सरकार की आर्थिक स्थिति को सुधारने की दिशा में तेजी से कदम उठाने की आवश्यकता महसूस हो रही है। रिपोर्टों के अनुसार, मालदीव ने अब भारत के साथ पर्यटन क्षेत्र में संभावनाओं को लेकर चर्चा शुरू की है, ताकि भारतीय पर्यटकों को वापस आकर्षित किया जा सके।

आर्थिक संकट का सामना

मालदीव के लिए भारत एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्रोत है। हालिया घटनाक्रम के अनुसार, मुइज्जू ने अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा के दौरान नई दिल्ली में भारत को मालदीव के लिए "सबसे बड़े पर्यटन स्रोत बाजारों में से एक" बताया। लेकिन भारतीय पर्यटकों के मालदीव जाने में कमी आने के बाद, मालदीव की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई है। मुइज्जू की सरकार अब भारतीय पर्यटकों को फिर से आकर्षित करने के लिए नई रणनीतियों पर विचार कर रही है।

द्विपक्षीय सहयोग के नए अवसर

7 अक्टूबर को मुइज्जू की यात्रा के दौरान, भारत ने इस बात पर जोर दिया कि मालदीव के साथ उसके मैत्रीपूर्ण संबंध जारी रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू ने व्यापक आर्थिक एवं समुद्री सहयोग के लिए एक खाका पेश किया। यह संकेत करता है कि 2023 के अंत और 2024 की शुरुआत में दोनों देशों के बीच संबंध फिर से सही दिशा की ओर बढ़ सकते हैं।

मालदीव के पर्यटन मंत्री इब्राहिम फैसल ने हाल ही में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर के साथ लामू एटोल में पर्यटन विकास के अवसरों पर चर्चा की। फैसल ने अपने पोस्ट में कहा कि यह दौरा "सार्थक" था, जहां उन्होंने पर्यटन निवेश और विकास के लिए नई संभावनाओं पर विचार किया।

भारत से संबंध सुधारने की कोशिशें

भारत के साथ तनावपूर्ण संबंधों के बाद, मालदीव ने अपनी स्थिति में सुधार करने के लिए कदम उठाए हैं। फैसल ने यह भी बताया कि वे द्वीप की प्राकृतिक सुंदरता और विरासत को संरक्षित करते हुए विकास के नए अवसरों को मूर्त रूप देने की कोशिश कर रहे हैं। महावर ने भी उनकी पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पर्यटन क्षेत्र दोनों देशों के बीच प्राथमिकता वाला सहयोग क्षेत्र है, और वे इस साझेदारी को और बढ़ाने के लिए तत्पर हैं।

निष्कर्ष

मोहम्मद मुइज्जू की सरकार अब यह समझ गई है कि भारत के साथ सकारात्मक संबंध बनाए रखना उनकी अर्थव्यवस्था के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। भारतीय पर्यटकों की संख्या में कमी के चलते उन्हें अपनी नीतियों में बदलाव लाने की आवश्यकता महसूस हो रही है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के लिए हालिया चर्चाएँ एक सकारात्मक कदम हैं, और इससे मालदीव की अर्थव्यवस्था को सुधारने में मदद मिल सकती है। अगर मुइज्जू और उनकी सरकार ने सही दिशा में कदम उठाए, तो मालदीव जल्द ही फिर से भारतीय पर्यटकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन सकता है।