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Israel-Gaza Conflict:इजरायली सेना से युद्ध के दौरान हुई बड़ी गलती, अपने ही देश के लोगों को दुश्मन समझ मारी गोली

Israel-Gaza Conflict: इजरायली सेना के सेना के मुख्य प्रवक्ता, रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि इजरायली सैनिकों ने बंधकों को पकड़ा। गलती से उन्हें खतरा समझ लिया। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि वे बंधकों से बच निकले हैं या उन्हें छोड़ दिया गया है।

Israel-Gaza Conflict: इजरायल और हमास के बीच पिछले कई दिनों से युद्ध चल रहा है। इस युद्ध की वजह से हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। लाखों लोग बेघर हैं। सैकड़ों लोग लापता हैं। इस दौरान इजर्यल की सेना से शुक्रवार को बड़ी गलती हुई है। दरअसल अपने नागरिकों की तलाश में जुटी हुई सेना ने जमीनी कार्रवाई के दौरान तीन लोगों को मार गिराया। उन्हें लगा कि वह उनके दुश्मन हैं और उनसे उन्हें खतरा है। हालांकि जब तीनों के शवों की जांच की गई तो सभी के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई।

दुश्मन समझकर मारी गोली 

सेना ने जिन तीन लोगों को दुश्मन समझकर गोली मारी थी, असल में वह इजरायल के ही नागरिक थे। इसके बाद सेना ने तीनों मृतकों के परिवारों से माफ़ी मांगते हुए अपनी गलती को माना है। इसके साथ ही परिवार की सहमति के बाद तीनों मृतकों के बारे में जानकारी साझा की है। सेना ने बताया है कि शेजैया में लड़ाई के दौरान योतम हैम, जिसे 7 अक्टूबर को हमास आतंकवादी संगठन ने किबुत्ज़ कफ़र अज़ा से अपहरण कर लिया था। वहीं दूसरा नागरिक समीर तलाल्का, जिन्हें 7 अक्टूबर को हमास आतंकवादी संगठन ने किबुत्ज़ निर अम से अपहरण कर लिया था। इसके अलावा तीसरा नागरिक अलोन शमरिज़ है, जिसे 7 अक्टूबर को हमास आतंकवादी संगठन द्वारा किबुत्ज़ कफ़र अज़ा से अपहरण कर लिया गया।

वहीं इस दुर्घटना के बाद आईडीएफ ने तुरंत घटना की समीक्षा शुरू कर दी। आईडीएफ इस बात पर जोर देता है कि यह एक सक्रिय युद्ध क्षेत्र है जिसमें पिछले कुछ दिनों से लगातार लड़ाई हो रही है। घटना से सबक सीखा गया है और आगे ऐसा ना हो इसके लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरती जाएंगी। वहीं एक अन्य बयान में सेना ने कहा कि हम मृतकों के परिवार के पार्टी अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। बयान एम् आगे कहा है कि हमारा मकसद लापता लोगों का पता लगाना और सभी बंधकों को घर वापस लौटाना है।

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