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IND vs AUS:कोहली जानबूझकर लड़ाई की कोशिश कर रहे हैं... इस दिग्गज का चौंकाने वाला दावा

IND vs AUS: ऑस्ट्रेलिया दौरे पर विराट कोहली लगातार मीडिया में छाए हुए हैं. खासतौर पर मेलबर्न टेस्ट के दौरान कोहली के लेकर काफी विवादा हुआ. अब सिडनी में होने

IND vs AUS: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी विराट कोहली का नाम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर लगातार चर्चा में है। लेकिन इस बार चर्चा का कारण उनका शानदार प्रदर्शन नहीं, बल्कि विवाद और झगड़े हैं। मेलबर्न टेस्ट के दौरान विराट को लेकर कई घटनाएं सामने आईं, जिन्होंने क्रिकेट जगत को चौंका दिया। इन घटनाओं ने न केवल फैंस, बल्कि विशेषज्ञों को भी विराट के व्यवहार पर सवाल उठाने पर मजबूर कर दिया है।

विवादों की शुरुआत

मेलबर्न टेस्ट में सबसे पहले विराट को एक ऑस्ट्रेलियाई रिपोर्टर के साथ तीखी बहस करते हुए देखा गया। इसके तुरंत बाद मैदान पर उनका सामना 19 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई युवा ओपनर सैम कॉन्स्टस से हुआ, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। इन घटनाओं के बाद ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने विराट को अपना निशाना बनाया।

एरॉन फिंच का दावा

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एरॉन फिंच ने इन घटनाओं पर अपनी राय दी है। उन्होंने "अराउंड द विकेट" पॉडकास्ट पर कहा कि विराट कोहली शायद जानबूझकर खुद को इन विवादों में धकेल रहे हैं। फिंच के मुताबिक, विराट एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जो दबाव के समय बेहतर प्रदर्शन करते हैं। उनका मानना है कि विराट इस प्रकार की परिस्थितियों को चुनते हैं ताकि वह अपने खेल को एक अलग स्तर पर ले जा सकें।

प्रदर्शन पर पड़ रहा असर

हालांकि विवादों के बावजूद, विराट ने मेलबर्न टेस्ट में कुछ अच्छी पारियां खेलीं। क्रिकेट विशेषज्ञों का भी मानना है कि लंबे समय बाद विराट अपने पुराने अंदाज में लौटते दिखे। लेकिन उनकी अस्थिरता अब भी एक समस्या बनी हुई है। सैम कॉन्स्टस के साथ झगड़े और यशस्वी जायसवाल के रन आउट के बाद विराट का ध्यान भटक गया, जिसके चलते वह फिर से ऑफ स्टंप की गेंदों पर आउट होते नजर आए।

आंकड़ों में गिरावट

विराट कोहली का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार प्रदर्शन का इतिहास रहा है। लेकिन इस बार के दौरे में वह अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहे हैं। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अब तक खेले गए चार मुकाबलों में उन्होंने केवल 27.83 की औसत से 167 रन बनाए हैं। 2024 में उनकी स्थिति और भी खराब रही, जहां 19 पारियों में वह केवल 24.52 की औसत से 417 रन बना सके।

आगे की राह

विराट कोहली के खेल में निरंतरता और अनुशासन की कमी उनके प्रदर्शन पर भारी पड़ रही है। हालांकि, उनकी क्षमता पर कोई सवाल नहीं उठता। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि विराट को विवादों से दूर रहकर अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

निष्कर्ष

विराट कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ी से फैंस और टीम को उम्मीदें हैं। विवादों के बजाय, यदि वह अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो न केवल उनकी बल्लेबाजी में सुधार होगा, बल्कि टीम के प्रदर्शन में भी सकारात्मक बदलाव आएगा।

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