Mohan Charan Majhi: ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी के सीएम नाम का ऐलान हो चुका है। ओडिशा में पहली बार सत्ता हासिल करने वाली भाजपा ने मोहन चरण माझी के रूप में राज्य के नए मुख्यमंत्री का ऐलान कर दिया है। मंगलवार को भाजपा के विधायक दल की बैठक के बाद माझी के नाम पर मुहर लगाई गई। आपको बता दें कि भाजपा आलाकमान ने दो केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव को ओडिशा के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया था। आइए जानते हैं ओडिशा के नए सीएम के बारे में कुछ खास बातें।
कौन हैं मोहन चरण माझी
मोहन चरण माझी ओडिशा की क्योंझर विधानसभा सीट से विधायक हैं। वह आदिवासी समुदाय से आते हैं। माझी इससे पहले ओडिशा विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल के मुख्य सचेतक भी रह चुके हैं। मोहन चरण माझी 53 साल के हैं और चार बार के विधायक हैं। इस बार विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेडी की मीना माझी को हराया था।
सरपंच भी थे मोहन माझी
मोहन चरण माझी साल 2000 में पहली बार विधायक बने थे। वह ओआरवी अधिनियम के तहत एससी और एसटी की स्थायी समिति के सदस्य भी थे। इससे पहले उन्होंने 1997 से 2000 तक सरपंच के रूप में कार्य किया था। मोहन माझी को उनकी सार्वजनिक सेवा और संगठनात्मक कौशल के लिए जाना जाता है। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंहने भी माझी को एक युवा और गतिशील पार्टी कार्यकर्ता बताया है जो नए प्रमुख के रूप में राज्य को प्रगति और समृद्धि की राह पर आगे ले जाएंगे।
शिशु मंदिर में शिक्षक भी रहे मांझी
राजनीति में प्रवेश करने से पहले मोहन चरण माझी अपने इलाके के सरस्वती शिशु मंदिर में शिक्षक भी थे। उन्होंने 2005-2009 के बीच सरकारी उप मुख्य सचेतक के रूप में भी कार्य किया। वह 2019 - 2024 के बीच विपक्ष के मुख्य सचेतक थे। इसके अलावा वह 2022-2024 के बीच लोक लेखा समिति के अध्यक्ष भी थे।
सर्वसम्मति से चुने गए
ओडिशा के भाजपा सांसद प्रदीप पुरोहित ने बताया है कि आदिवासी चेहरे मोहन माझी को सर्वसम्मति से सीएम चुना गया है। कहा है कि पीएम मोदी ने ओडिशा में फॉर्मूला बताया था कि अगर ओडिशा में भाजपा की सरकार बनी तो कोई ओडिशा में पैदा हुआ, जिसे यहां की भाषा-संस्कृति का ज्ञान हो, ऐसा व्यक्ति जिसके पास ओडिशा के विकास का विजन हो वही यहां का सीएम होगा। लोगों ने भाजपा को आशीर्वाद दिया और पीएम का वादा पूरा हो गया है। हम ओडिशा को नंबर 1 राज्य बनाना चाहते हैं।