US Presidential Election: अमेरिका में आगामी राष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मी अब चरम पर पहुंच चुकी है। रिपब्लिकन पार्टी की ओर से डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेट्स की ओर से कमला हैरिस राष्ट्रपति पद की दौड़ में हैं। चुनावी प्रचार में इन दोनों प्रमुख उम्मीदवारों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, और दोनों ही अपने-अपने समर्थन को मजबूत करने के लिए भरपूर प्रयास कर रहे हैं।
कमला हैरिस ने हाल ही में जॉर्जिया में एक प्रचार रैली के दौरान जोरदार भाषण दिया। उन्होंने अपने भाषण में कहा, "यह लड़ाई अमेरिका के भविष्य के लिए है।" हैरिस ने यह भी जोर देकर कहा कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव अमेरिका के लिए एक नया दिशा निर्धारित करने का मौका है। उनका मानना है कि यह चुनाव किसी एक पार्टी या गुट की विजय का नहीं, बल्कि पूरे अमेरिका के भविष्य का मामला है। जॉर्जिया, जो कि 2020 के चुनाव में डेमोक्रेट्स के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ था, इस बार भी निर्णायक भूमिका निभा सकता है, विशेषकर जब वहां की एक तिहाई जनसंख्या अश्वेत मतदाता हैं।
कमला हैरिस ने अपने प्रचार अभियान को तेज करते हुए अपने प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप पर सीधी टिप्पणी की है। उन्होंने ट्रंप को ‘धीर-गंभीर व्यक्ति’ नहीं मानते हुए कहा कि उनका नेतृत्व अमेरिका के लिए सही नहीं है। इसके अलावा, हैरिस ने यूक्रेन के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता को भी स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि यदि वह राष्ट्रपति चुनी जाती हैं, तो वह यूक्रेन और नाटो के सहयोगियों के साथ मजबूती से खड़ी रहेंगी, और रूस के खिलाफ उनका समर्थन अडिग रहेगा।
कमला हैरिस की पृष्ठभूमि भी इस चुनावी लहर को और दिलचस्प बनाती है। उनकी मां श्यामला गोपालन भारतीय मूल की थीं और उनके पिता डोनाल्ड जैस्पर हैरिस जमैका के नागरिक थे। यदि कमला हैरिस राष्ट्रपति चुनी जाती हैं, तो वह अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति बनने का ऐतिहासिक सम्मान प्राप्त करेंगी। यह अमेरिका के विविधतापूर्ण समाज के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतीक होगा और इसका प्रभाव चुनावी माहौल पर गहरा पड़ सकता है।
इस बीच, डोनाल्ड ट्रंप ने भी अपनी चुनावी तैयारियों को गति दे दी है और रिपब्लिकन समर्थकों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न रणनीतियों पर काम कर रहे हैं। दोनों उम्मीदवारों के बीच की यह सियासी जंग न केवल अमेरिका के भविष्य को आकार देगी, बल्कि विश्व राजनीति पर भी इसका गहरा असर होगा। चुनाव के नतीजे का इंतजार सभी को रहेगा, और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या अमेरिका एक नई दिशा की ओर बढ़ेगा या फिर पूर्ववत स्थिति को बनाए रखेगा।
कमला हैरिस ने जॉर्जिया में डेमोक्रेट्स नेशनल कन्वेंशन में कही हुई बात को दोहराते हुए कहा कि वह एक ऐसी राष्ट्रपति बनेंगी, जो देश के लोगों को एकजुट करेंगी। उन्होंने कहा कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव एक नया रास्ता बनाने का मौका है। यह किसी एक पार्टी या गुट के सदस्य के रूप में नहीं, बल्कि अमेरिकियों के रूप में आगे बढ़ने का मौका है। 2020 के चुनाव में डेमोक्रेट इस राज्य में बहुत कम अंतर से जीते थे और इस चुनाव में यह राज्य निर्णायक भूमिका निभा सकता है। जार्जिया में एक तिहाई अश्वेत मतदाता हैं।
'कमला ने साफ किया रुख'
इस बीच यहां यह भी बता दें कि, हाल ही में कमला हैरिस ने कहा था कि उनके प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप धीर-गंभीर व्यक्ति नहीं हैं। उन्होंने रूस के साथ युद्ध में यूक्रेन का सहयोग करने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा था कि यदि वह राष्ट्रपति चुनी जाती हैं तो वह यूक्रेन और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के अपने सहयोगियों के साथ मजबूती से खड़ी रहेंगी। हैरिस की मां श्यामला गोपालन भारतीय थीं और उनके पिता डोनाल्ड जैस्पर हैरिस जमैका के नागरिक थे। अगर हैरिस निर्वाचित होती हैं, तो वह अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी।