Delhi Politics:कैलाश गहलोत ने थामा BJP का दामन, कहा- ED और CBI के दबाव वाली बात गलत

02:16 PM Nov 18, 2024 | zoomnews.in

Delhi Politics: रविवार को आम आदमी पार्टी (AAP) और मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले वरिष्ठ नेता कैलाश गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थाम लिया। बीजेपी नेताओं मनोहर लाल खट्टर और बैजयंत पांडा ने गहलोत को पार्टी में शामिल कराया। यह कदम दिल्ली की राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत देता है और AAP के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ है।


कैलाश गहलोत का बयान

बीजेपी ज्वाइन करने के बाद कैलाश गहलोत ने कहा:

  • "आप को छोड़ना आसान नहीं था।"
    गहलोत ने माना कि आम आदमी पार्टी का माहौल अब वैसा नहीं रहा जैसा शुरुआती दौर में था। उन्होंने कहा, "पार्टी में आत्मविश्वास खत्म हो गया है।"
  • "CBI और ED के दबाव की बात गलत है।"
    गहलोत ने स्पष्ट किया कि यह फैसला किसी दबाव में नहीं लिया गया है।
  • "केंद्र से टकराव गलत है।"
    गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार के साथ हर मुद्दे पर लड़ाई करना "समय की बर्बादी" है।

AAP के खिलाफ गंभीर आरोप

गहलोत ने AAP छोड़ते समय पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए:

  1. राजनीतिक एजेंडे की लड़ाई:
    उन्होंने कहा कि AAP अब आम आदमी के मुद्दों से भटक चुकी है और केवल राजनीतिक लाभ के लिए संघर्ष कर रही है।
  2. सीएम का आलीशान घर:
    उन्होंने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल ने अपने लिए आलीशान घर बनवाया, जबकि दिल्ली की बुनियादी समस्याएं अनदेखी की गईं।
  3. विफल योजनाएं:
    गहलोत ने कहा, "हमने यमुना को साफ करने का वादा किया था, लेकिन यमुना आज पहले से ज्यादा प्रदूषित है।"
  4. दिल्ली की जरूरतों की अनदेखी:
    गहलोत के मुताबिक, AAP सरकार दिल्ली की बुनियादी जरूरतें पूरी करने में असफल रही है।

AAP की प्रतिक्रिया

AAP ने गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा:

  • "CBI और ED का दबाव":
    पार्टी ने दावा किया कि कैलाश गहलोत पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) और आयकर विभाग (IT) के कई मामले चल रहे थे।
  • "बीजेपी का षड़यंत्र":
    AAP ने आरोप लगाया कि यह बीजेपी की रणनीति है, जो दिल्ली चुनाव जीतने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है।

रघुविंदर शौकीन होंगे नए मंत्री

कैलाश गहलोत के इस्तीफे के बाद खाली कैबिनेट मंत्री पद पर रघुविंदर शौकीन को नियुक्त किया जाएगा। नागलोई के विधायक शौकीन अब दिल्ली के नए कैबिनेट मंत्री बनेंगे। पार्टी ने भरोसा जताया है कि शौकीन इस पद पर जिम्मेदारी से काम करेंगे।


राजनीतिक बदलाव का संकेत

कैलाश गहलोत का बीजेपी में शामिल होना सिर्फ एक नेता का पार्टी बदलना नहीं है, बल्कि यह दिल्ली की राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत देता है।

  • AAP के लिए चुनौती:
    गहलोत के आरोप पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
  • बीजेपी के लिए लाभ:
    गहलोत के बीजेपी में शामिल होने से पार्टी को दिल्ली चुनाव में फायदा हो सकता है।

निष्कर्ष

कैलाश गहलोत का इस्तीफा और बीजेपी में शामिल होना दिल्ली की राजनीतिक सरगर्मी को बढ़ा रहा है। जहां AAP इसे बीजेपी की साजिश कह रही है, वहीं गहलोत ने अपने फैसले को स्वतंत्र और सही ठहराया है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह बदलाव दिल्ली के राजनीतिक समीकरणों को कैसे प्रभावित करता है।