Utkarsh Coaching: गुरुवार की सुबह देशभर के विभिन्न शहरों में स्थित उत्कर्ष कोचिंग संस्थान पर आयकर विभाग (आईटी) की टीमों ने छापेमारी की। यह कार्रवाई संस्थान पर फीस में टैक्स चोरी के आरोपों के चलते की गई। जयपुर, जोधपुर, प्रायगपुरा, इंदौर, दिल्ली सहित अन्य राज्यों में आयकर विभाग ने यह रेड की।
क्लासेज में पढ़ाई बाधित, छात्रों को किया बाहर
छापेमारी के दौरान उत्कर्ष कोचिंग संस्थान में नियमित कक्षाएं चल रही थीं। टीमों के पहुंचने पर संस्थान में मौजूद छात्रों और शिक्षकों में अफरा-तफरी मच गई। आयकर अधिकारियों ने छात्रों को कक्षाओं से बाहर निकाल दिया और परिसर को अपने नियंत्रण में ले लिया। इसके साथ ही, संस्थानों के बाहर पुलिस बल की भारी तैनाती की गई, जिससे सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।
फिजिक्स वाला और उत्कर्ष की साझेदारी पर नजर
आयकर विभाग की जॉइंट डायरेक्टर प्रेरणा चौधरी के अनुसार, कुछ महीनों पहले फिजिक्स वाला और उत्कर्ष कोचिंग संस्थान के बीच बड़ी साझेदारी हुई थी। इस 800 करोड़ रुपये से अधिक की डील में अघोषित लेन-देन के संदेह पर विभाग की टीम नजर रख रही थी। अधिकारियों को आशंका थी कि इस डील के जरिए बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी हुई है।
संस्थान पर पहले से नजर थी
सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग को उत्कर्ष के खिलाफ कुछ ठोस शिकायतें मिली थीं। शिकायतों में आरोप था कि संस्थान अपनी फीस और अन्य स्रोतों से होने वाली आय का सही हिसाब नहीं दे रहा है। इस गुप्त जानकारी के आधार पर विभाग ने संस्थान के विभिन्न ठिकानों पर छापा मारा।
आगे क्या?
आईटी रेड के बाद यह मामला और गंभीर हो सकता है। यदि टैक्स चोरी का आरोप सिद्ध होता है, तो उत्कर्ष कोचिंग संस्थान पर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है। साथ ही, फिजिक्स वाला और उत्कर्ष के बीच हुई साझेदारी की पूरी डील की गहन जांच होने की संभावना है।
छात्रों और अभिभावकों की चिंता
इस कार्रवाई के बाद छात्रों और उनके अभिभावकों में चिंता की लहर दौड़ गई है। कई लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि क्या इस घटना का असर उनकी पढ़ाई पर पड़ेगा। हालांकि, कोचिंग संस्थान की ओर से अब तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
निष्कर्ष
आयकर विभाग की यह कार्रवाई देश में कोचिंग संस्थानों द्वारा टैक्स चोरी के बढ़ते मामलों पर शिकंजा कसने की एक बड़ी पहल मानी जा रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे की जांच में क्या खुलासे होते हैं और इसका संस्थान और छात्रों पर क्या असर पड़ता है।