Israel-Hezbollah War: इज़राइल और हिजबुल्लाह के बीच चल रहे संघर्ष ने मध्य पूर्व में तनाव को चरम पर पहुंचा दिया है। इज़राइल की सेना (IDF) ने लेबनान में हिजबुल्लाह पर कड़ा प्रहार करते हुए उसे बुरी तरह कमजोर कर दिया है। इज़राइल द्वारा हाल ही में शुरू किए गए ऑपरेशन "नॉर्दर्न एरो" में हिजबुल्लाह की 90% लीडरशिप और आधी सैन्य क्षमता को नष्ट कर दिया गया है। इज़राइल ने मात्र चार दिनों के भीतर लेबनान में भारी मिसाइल हमले किए, जिनकी कुल लागत 1500 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
हिजबुल्लाह का पतन
हिजबुल्लाह पर इज़राइल के हमलों ने उसके नेतृत्व को गहरी चोट पहुंचाई है। अब संगठन की शीर्ष लीडरशिप में केवल तीन प्रमुख लोग ही बचे हैं: हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह, दक्षिणी मोर्चे के कमांडर अली कराकी, और बद्र यूनिट के हेड अबु अली। बाकी 18 प्रमुख नेताओं को इज़राइली सेना ने समाप्त कर दिया है।
इज़राइल के हमलों से हिजबुल्लाह की सैन्य क्षमता को भी गंभीर नुकसान हुआ है। पहले हिजबुल्लाह के पास लगभग 1,40,000 रॉकेट और मिसाइलों का भंडार था, लेकिन इज़राइली हमलों में इसके आधे से ज्यादा, लगभग 70,000 रॉकेट और मिसाइलें नष्ट हो चुकी हैं। इसके अलावा, IDF ने हिजबुल्लाह के 50% हथियार, 60% ठिकाने, और लगभग आधे रॉकेट लॉन्च पैड को ध्वस्त कर दिया है।
हमलों का दूसरा चरण शुरू
इज़राइल अब अपने हमले के दूसरे चरण की तैयारी कर रहा है। दक्षिणी लेबनान में बड़े पैमाने पर खाली कराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जहां IDF ने पर्चियां गिराकर लोगों को चेतावनी दी है कि वे जल्द से जल्द यह क्षेत्र छोड़ दें। इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी लेबनान के लोगों को चेतावनी दी है कि यदि वे हिजबुल्लाह को अपने घरों में शरण देते हैं या उनके हथियारों को स्टोर करते हैं, तो उनका अंजाम बुरा होगा।
IDF की पर्चियों से हड़कंप
IDF द्वारा दक्षिणी लेबनान में गिराई गईं पर्चियों ने क्षेत्र में भारी हड़कंप मचा दिया है। इन पर्चियों में एक QR कोड है, जिसे स्कैन कर लोग यह जान सकते हैं कि उन्हें किन क्षेत्रों को तुरंत खाली करना है और कहां जाना है। हालांकि, हिजबुल्लाह ने लोगों से अपील की है कि वे इन QR कोड्स को स्कैन न करें। उनका दावा है कि यह मोसाद की एक साजिश है, जिससे लोगों के फोन हैक किए जा सकते हैं और इज़राइली सेना को उनकी जानकारी मिल सकती है।
हिजबुल्लाह का पतन और संभावित ग्राउंड ऑपरेशन
इज़राइल के हवाई हमलों के बाद अब माना जा रहा है कि IDF हिजबुल्लाह के खिलाफ एक ग्राउंड ऑपरेशन शुरू करने की तैयारी में है। दक्षिणी लेबनान में जारी अफरा-तफरी और लोगों के बड़े पैमाने पर पलायन से यह साफ है कि क्षेत्र में युद्ध का खतरा और बढ़ गया है।
अरब क्षेत्र में महासंग्राम की आहट
लेबनान में हो रहे इस संघर्ष ने पूरे अरब क्षेत्र में तनाव की लहर पैदा कर दी है। इज़राइल और हिजबुल्लाह के बीच जारी इस टकराव को देखते हुए इसे अरब दुनिया में एक बड़े युद्ध की शुरुआत माना जा रहा है। इज़राइल और हिजबुल्लाह के बीच यह संघर्ष केवल सैन्य शक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राजनीतिक और धार्मिक विभाजन को भी गहरा कर रहा है।
इस युद्ध की परिणति क्या होगी, यह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन एक बात निश्चित है: हिजबुल्लाह की शक्ति और प्रभाव का पतन हो रहा है, और इज़राइल इस लड़ाई में निर्णायक बढ़त ले चुका है।