Israel-Lebanon News: इजरायल की सेना ने हाल ही में दक्षिणी लेबनान में तीन लेबनानी सैनिकों की मौत पर खेद जताया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना तब हुई जब इजरायली सैनिकों ने एक वाहन को हिजबुल्लाह का समझकर निशाना बनाया, लेकिन उसमें लेबनानी सेना के सैनिक सवार थे। इजरायल की सेना ने स्पष्ट किया कि उनकी मंशा लेबनान की सेना से लड़ने की नहीं थी, बल्कि उनका लक्ष्य आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह के ठिकानों को नष्ट करना था।
इजरायल की सेना का बयान
इजरायल की सेना ने कहा कि रविवार को उनके सैनिकों ने हिजबुल्लाह के एक ट्रक को निशाना बनाया, जिसमें एक लांचर और मिसाइलें थीं। हालांकि, दुर्भाग्यवश दूसरे ट्रक को भी निशाना बनाया गया, जिसमें लेबनानी सैनिक थे। इस घटना पर अफसोस जताते हुए इजरायल की सेना ने कहा, "हम लेबनानी सेना के खिलाफ नहीं लड़ रहे हैं और इस अनचाही स्थिति के लिए खेद व्यक्त करते हैं।"
हिजबुल्लाह की प्रतिक्रिया
गाजा में हमास के शीर्ष नेता याह्या सिनवार की मौत के बाद, हिजबुल्लाह ने इजरायल के खिलाफ अपने संघर्ष के एक नए दौर में प्रवेश करने की घोषणा की है। याह्या सिनवार को पिछले साल दक्षिणी इजरायल पर 7 अक्टूबर को हुए हमले का मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है, जिसके बाद इजरायल और हमास के बीच भीषण युद्ध शुरू हुआ था।
क्या जंग थम सकती है?
याह्या सिनवार की मौत के बाद कुछ उम्मीद की जा रही है कि इससे इजरायल और हमास के बीच युद्ध का अंत हो सकता है। इजरायल के सहयोगी देशों और गाजा के निवासियों ने भी इस संभावना को लेकर आशा जताई है। हालांकि, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और हमास, दोनों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनके लक्ष्य पूरे नहीं होते, तब तक लड़ाई जारी रहेगी।
इजरायल ने हमास को खत्म करने और बंधकों को मुक्त कराने का संकल्प लिया है। दूसरी ओर, हमास ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह केवल स्थायी युद्धविराम, गाजा से इजरायली सैनिकों की वापसी और फलस्तीनी कैदियों की रिहाई के बदले में बंधकों को रिहा करेगा।
लेबनान की सेना का रुख
लेबनान की सेना इस पूरे संघर्ष के दौरान काफी हद तक अलग रही है। लेबनान की सेना की स्थिति इतनी मजबूत नहीं है कि वह हिजबुल्लाह पर अपनी मर्जी थोप सके या इजरायल के आक्रमण से देश की पूरी तरह से रक्षा कर सके। पिछले एक साल में, जब इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष हुआ, लेबनान की सेना ने खुद को इस संघर्ष से दूर ही रखा है।
निष्कर्ष
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच का तनाव फिर से बढ़ता दिखाई दे रहा है, और इस बीच लेबनानी सेना की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं में उलझना स्थिति को और जटिल बना सकता है। हालाँकि, इजरायल की सेना ने इस घटना पर खेद जताया है, लेकिन क्षेत्र में शांति स्थापित करने के प्रयासों को इन संघर्षों के बीच चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है।