Israel-Hezbollah War: मध्य पूर्व में तनाव की स्थिति और बढ़ गई है, जब ईरान द्वारा 180 मिसाइलों के हमले के जवाब में इजरायल ने हिजबुल्लाह और हमास के ठिकानों पर कड़े जवाबी हमले शुरू कर दिए। इजरायली सेना ने बेरूत के एयरपोर्ट के पास देर रात हवाई हमले किए, जिसमें एक के बाद एक 10 एयरस्ट्राइक के साथ पूरे क्षेत्र का आसमान गूंज उठा। इसके साथ ही, इजरायल की सेना का जमीनी ऑपरेशन भी जारी है, जिसमें उसने हमास और हिजबुल्लाह के प्रमुख नेताओं को निशाना बनाया है।
इजरायली सेना ने दावा किया है कि उसने हमास के प्रमुख जही यासर अब्द अल-रजेक औफी को मार गिराया है। वहीं, न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, एक रिपोर्टर ने बताया कि इजरायली हमले में हिजबुल्लाह के वरिष्ठ अधिकारी हाशेम सफीदीन को भी निशाना बनाया गया। सफीदीन को हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह का संभावित उत्तराधिकारी माना जाता है। हालांकि, इस बारे में अभी तक किसी भी पक्ष से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
इसके जवाब में, हिजबुल्लाह ने भी अपनी ओर से बड़ा दावा करते हुए कहा है कि उन्होंने इजरायली सेना के 17 अधिकारियों और सैनिकों को मार गिराया है। हालात बेहद नाजुक होते जा रहे हैं, और दोनों पक्षों के बीच हिंसक संघर्ष लगातार बढ़ रहा है।
इजरायली सेना ने शुक्रवार को बताया कि उसने पश्चिमी तट के तुलकरम क्षेत्र में हमास नेटवर्क के प्रमुख को निशाना बनाकर उसे मार गिराया है। हमास के इस आतंकवादी की पहचान जही यासर अब्द अल-रजेक औफी के रूप में की गई है। वहीं, एक्सियोस के रिपोर्टर बराक रविद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया कि इजरायल ने बेरूत पर हवाई हमले के दौरान हिजबुल्लाह के वरिष्ठ अधिकारी हाशेम सफीदीन को निशाना बनाया था। इस हमले के पीछे एक बड़ी रणनीति मानी जा रही है, क्योंकि सफीदीन हिजबुल्लाह में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे।
ईरान पर संभावित इजरायली हमले की अटकलें
इजरायल की ओर से ईरान के खिलाफ संभावित जवाबी कार्रवाई की अटकलें भी बढ़ रही हैं, खासकर उसके तेल कुओं पर हमले की संभावना को लेकर। हालांकि, इजरायल ने अब तक यह तय नहीं किया है कि वह ईरान के हमले का जवाब किस प्रकार देगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि यदि इजरायल ईरान के परमाणु स्थलों पर हमला करता है, तो अमेरिका इसका समर्थन नहीं करेगा। लेकिन जब उनसे ईरान के तेल कुओं पर हमले के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इस पर सार्वजनिक रूप से कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
बाइडन के बयान के बाद वैश्विक तेल बाजार में हलचल मच गई और तेल की कीमतों में उछाल आ गया है। व्यापारियों को आशंका है कि मध्य पूर्व में तनाव बढ़ने से तेल की आपूर्ति में रुकावट हो सकती है। इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत डैनी डैनन ने सीएनएन को बताया कि इजरायल के पास ईरान के खिलाफ कई विकल्प हैं और वह जल्द ही तेहरान को अपनी सैन्य ताकत दिखाएगा।
मध्य पूर्व के इस संघर्ष ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि यह न केवल क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा है, बल्कि वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ सकता है। इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते इस संघर्ष के आगे क्या नतीजे होंगे, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।