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Israel-Hezbollah War:इजरायल-हिजबुल्लाह जंग हुई खतरनाक, नेतन्याहू को अमेरिका यात्रा छोड़कर लौटना पड़ा वापस

Israel-Hezbollah War: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका यात्रा को अचानक बीच में ही छोड़कर स्वदेश लौट आए हैं। हिजबुल्लाह के मुख्यालय पर इजरायली

Israel-Hezbollah War: इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच हाल के दिनों में बढ़ते तनाव ने मध्य पूर्व में एक गंभीर संकट को जन्म दिया है। इस गंभीर स्थिति के चलते इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को अपनी अमेरिका यात्रा को बीच में छोड़कर स्वदेश लौटना पड़ा है। इजरायल ने इस दौरान हिजबुल्लाह के मुख्यालय पर एक बड़ा और घातक हमला किया है, जिससे दोनों पक्षों के बीच युद्ध का एक नया चरण प्रारंभ हो चुका है।

हिजबुल्लाह के खिलाफ इजरायली कार्रवाई

इजरायली सेना ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर मिसाइलों और बमों की बारिश की है। हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाते हुए इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) ने हिजबुल्लाह के मुख्यालय को बड़े धमाके से उड़ाने का दावा किया है। इस हमले के तुरंत बाद, नेतन्याहू ने अमेरिका में अपनी यात्रा खत्म करने का फैसला किया, यह दर्शाते हुए कि यह संकट उनके देश के लिए प्राथमिकता रखता है।

Netanyahu का अमेरिका दौरा और उसकी स्थिति

नेतन्याहू संयुक्त राष्ट्र को संबोधित करने के लिए न्यूयॉर्क पहुंचे थे और उनके कार्यक्रम के अनुसार, यहूदी शबात (विश्राम दिवस) के बाद वह अमेरिका में रुकने वाले थे। हालांकि, इस गंभीर परिस्थिति के कारण उन्हें अपनी यात्रा बीच में ही छोड़नी पड़ी। नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि वह हिजबुल्लाह के खिलाफ 'आरपार की लड़ाई' लड़ने के लिए तैयार हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि इजरायल इस संघर्ष को लेकर गंभीर है।

मध्य पूर्व में तनाव और अमेरिका की चिंता

इस युद्ध ने मध्य पूर्व के अन्य देशों में भी हड़कंप मचाया है। अमेरिका भी इस युद्ध के बढ़ते स्वरूप को देखकर हैरान है, और अब यह समझने में कठिनाई हो रही है कि इस संकट को कैसे रोका जाए। हाल के हमलों में हिजबुल्लाह के कई कमांडरों को मार गिराया गया है, और लेबनान पर हुए इजरायली हमलों में अब तक 750 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।

भविष्य की संभावना

विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह स्थिति इसी तरह जारी रही, तो इजरायली सेना हिजबुल्लाह पर और अधिक घातक हमले कर सकती है। वर्तमान में, दोनों पक्षों के बीच कोई समझौता होता नहीं दिख रहा है, जिससे इस संघर्ष के और बढ़ने की संभावना बढ़ गई है। क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता को देखते हुए, यह आवश्यक हो गया है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस मामले में सक्रिय रूप से शामिल हो।

इस बीच, इजरायली और हिजबुल्लाह के बीच का यह संघर्ष एक नई आयाम की ओर बढ़ रहा है, जिससे वैश्विक सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा उत्पन्न हो सकता है। नेतन्याहू की स्वदेश वापसी और उनकी हिजबुल्लाह के खिलाफ ठोस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि इस संघर्ष का अंत निकट भविष्य में होने की संभावना नहीं है।

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