Parliament Session: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा में अपनी बात रखी. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को हिंदुत्व के बहाने बीजेपी पर तीखे हमले किए थे. बीजेपी के लोगों को हिंसक हिंदू बताया था. आरएसएस को कठघरे में खड़े किए था. राहुल के बयान पीएम मोदी ने पटलवार करते हुए कहा कि हिंदू परंपरा, हिंदू समाज, देश की विरासत को नीचा दिखाना, उसे गाली देना और हिंदुओं का मजाक करना, ये फैशन बना दिया है. सदन के कल के दृश्यों को देखकर अब हिंदू समाज को भी सोचना होगा क्या ये अपमान केवल संयोग है या कोई प्रयोग की तैयारी है.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देवी देवताओं का अपमान और देश के 140 करोड़ लोगों के दिलों को चोट पहुंचाने का काम किया गया है. निजी राजनीतिक स्वार्थ के लिए ईश्वर के रूपों के साथ इस प्रकार से खेल…देश ये कैसे माफ कर सकता है. आज एक गंभीर विषय पर आपका और देशवासियों का ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं. कल जो हुआ, देश के कोटि-कोटि वासी सदियों तक माफ नहीं करेंगे.
131 साल पहले विवेकानंद जी ने शिकागो में कहा था
पीएम ने कहा कि 131 साल पहले स्वामी विवेकानंद जी ने शिकागो में कहा था कि मुझे गर्व है कि मैं उस धर्म से आता हूं, जिसने पूरी दुनिया को सहिष्णुता और वैश्विक स्वीकृति सिखाई है. विवेकानंद जी ने शिकागो में हिंदू धर्म के लिए दुनिया के दिग्गजों के सामने कहा था. हिंदू के कारण ही भारत की विविधता पनपी है और पनप रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गंभीर बात है कि आज हिंदुओं पर झूठा आरोप लगाने की साजिश हो रही है, गंभीर षड़यंत्र हो रहा है. ये कहा गया हिंदू-हिंदू हिंसक होते हैं. ये है आपका संस्कार, आपका चरित्र, आपकी सोच, आपकी नफरत. देश के हिंदुओं के साथ ये कारनामे. देश शताब्दियों तक इसे भूलने वाला नहीं है.
इनका पूरा इकोसिस्टम हिंदू परंपरा को नीचा दिखा रहा
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले हिंदुओं में जो शक्ति की कल्पना है, उसके विनाश की कल्पना की गई थी. ये देश सदियों से शक्ति का उपासक रहा है. ये बंगाल मां दुर्गा की, मां काली की पूजा करता है, उपासना करता है. आप उस शक्ति के विनाश की बात करते हो. ये वो लोग हैं, जिन्होंने हिंदू आतंकवाद ये शब्द गढ़ने की कोशिश की थी.
पीएम मोदी ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि इनके साथी हिंदू धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया ऐसे शब्दों से करें, ये देश कभी माफ नहीं करेगा. एक सोची-समझी साजिश के तहत इनका पूरा इकोसिस्टम हिंदू परंपरा को नीचा दिखाना, अपमानित करना, मजाक उड़ाना ये फैशन बना दिया है. हम बचपन से सीखते हुए आए हैं, गांव का हो, शहर का हो, अमीर हो गरीब हो, ईश्वर का हर रूप दर्शन के लिए होता है.
ये अपमान कोई संयोग है या बड़े प्रयोग की तैयारी
पीएम ने कहा, ईश्वर का कोई भी रूप निजी स्वार्थ के लिए, प्रदर्शन के लिए नहीं होता. जिसके दर्शन होते हैं, उनके प्रदर्शन नहीं होते. हमारे देवी-देवताओं का अपमान 140 करोड़ देशवासियों के हृदय को गहरी चोट पहुंचा रहा है. निजी राजनीतिक स्वार्थ के लिए ईश्वर के रूपों का इस तरह से खेल. सदन में कल का दृश्य देखकर अब हिंदू समाज को सोचना पड़ेगा कि क्या ये अपमान कोई संयोग है या बड़े प्रयोग की तैयारी है.
इससे पहले लोकसभा में राहुल गांधी ने सोमवार को अपने भाषण की शुरुआत में सदन में भगवान शिव का चित्र दिखाया था. उन्होंने कहा था, हम सब भगवान शिव की शरण में थे. इसी से हमें ऐसे लोगों से लड़ने में मदद मिली. राहुल ने कहा कि शिवजी ने जहर पी लिया था और वो नीलकंठ हो गए थे, वहीं से हमने सीखा और कई जहर पिये. इस दौरान राहुल ने बीजेपी और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा.
जो अपने आप को हिंदू कहते हैं कि वो 24 घंटे हिंसा की बात करते हैं
उन्होंने कहा था, इस्लाम में ये बताया गया है कि पैगंबर कहते हैं कि ईश्वर हमारे साथ है, इसलिए डरना नहीं है. सिख पंथ के गुरु नानक जी का भी यही संदेश है. राहुल ने भगवान शिव का चित्र दिखाकर कहा कि शिवजी कहते हैं कि डरो और डरोओ मत. उन्होंने कहा कि शिवजी ये संदेश देते हैं, लेकिन जो अपने आप को हिंदू कहते हैं कि वो 24 घंटे हिंसा की बात करते हैं. आप (बीजेपी) हिंदू नहीं हैं. इस दौरान राहुल ने बीजेपी और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा.
राहुल गांधी के बयान पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा किया. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उठे और कहा था, ‘ये विषय बहुत गंभीर है, पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना ये गंभीर विषय है.’पीएम मोदी की इस टिप्पणी के बाद राहुल गांधी ने कहा था नरेंद्र मोदी जी पूरा हिंदू समाज नहीं है. बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है. आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है.’