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World News:चीन समंदर में तूफान खड़ा करने वाला है? जिनपिंग के फैसले से सब हैरान

World News: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने जब से पुराने रक्षा मंत्री को हटाकर नए की नियुक्ति की है तब से पूरी दुनिया की नजर उस पर टिकी हुई है. ऐसा इसलिए क्योंकि नए रक्षा मंत्री डॉन्ग जुन ताइवान और साइथ चाइन सी के एक्सपर्ट हैं और नेवी चीफ भी रह चुके हैं.

World News: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपना रक्षा मंत्री बदल दिया है. चीन में पुराने को हटाकर नए रक्षा मंत्री की नियुक्ति कर दी गई है. जो अब तक चीन की नेवी के चीफ थे, उन्हें चीन का रक्षा मंत्री बना दिया गया है. जिसके बाद से ये सवाल उठने लगे हैं कि आखिर जिनपिंग ने नेवी चीफ को ही रक्षा मंत्री बनाने का फैसला क्यों किया? इसके पीछे उनका मकसद क्या है? इस सवाल का जवाब इतिहास के पन्नों से मिलता है.

नेवी चीफ बनने से पहले डॉन्ग चीन की दक्षिणी थिएटर कमांड के डिप्टी कमांडर रह चुके हैं. दक्षिणी थिएटर कमांड चीन की नेवी का वो अंग है, जो साउथ चाइना सी और ताइवान स्ट्रेट के आस पास सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालती है. मतलब ये कि डॉन्ग जुन ताइवान और साइथ चाइन सी के एक्सपर्ट हैं. इसीलिए जिनपिंग ने इन्हें रक्षा मंत्री बनाया है.

साउथ चाइना सी को लेकर सौंपा बड़ा टास्क

बताया जा रहा है कि जिनपिंग ने डॉन्ग को ताइवान से लेकर साउथ चाइना सी तक बड़ा टास्क सौंपा होगा. तो सवाल ये है कि क्या डॉन्ग के रक्षा मंत्री बनते ही चीन ताइवान हमला करने जा रहा है? क्या नए रक्षा मंत्रीकी नियुक्ति इसी की तैयारी है? सवाल ये भी है कि दक्षिण चीन सागर में चीन की योजना क्या है. समंदर में चीन के लक्ष्य क्या हैं? क्या ड्रैगन ब्लू जोन से विनाश शुरू करने जा रहा है? ये वो सवाल हैं, जिसका जवाब जल्द ही मिलने वाला है.

चीन और ताइवान के बीच तनाव किसी से छिपा नहीं है. चीन की सरकार ताइवान को अपना हिस्सा मानती है और एक बार नहीं, बार-बार यह दावे भी कर चुकी है. दूसरी ओर ताइवान है कि चीन की एक भी नहीं सुनता है. चीन अगर आंख दिखाने की भी कोशिश करता है तो ताइवान उसका माकूल जवाब देता है.

क्या है साउथ चाइना सी का विवाद?

दूसरी ओर चीन साउथ चाइना सी में अपना दबदबा कायम करना चाहता है. साउथ चाइना सी में इंडोनेशिया , मलेशिया, ब्रूनेई दारुसलाम, फिलीपींस, ताइवान आदि क्षेत्रों को लेकर विवाद है. हाल के कुछ सालों में चीन की ओर से इस क्षेत्र में सैन्य अभ्यास भी देखने को मिले हैं. चीन की नजर साउथ चाइना सी पर इसलिए टिकी हुई है क्योंकि इसकी गिनती दुनिया के सबसे व्यस्त जलमार्गों में से एक माना जाता है. यही वजह है कि चीन इस इलाके में अपना दबदबा कायम करना चाहता है.

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